यूपी : रोडवेज के आस-पास मिली डग्गामार बसें तो आरटीओ और एआरटीओ होंगे सस्पेंड : परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह


आजमगढ़ रोडवेज निरीक्षण के दौरान रोडवेज परिसर में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को कई खामियां मिलीं। 

उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने शनिवार को आजमगढ़ बस स्टेशन का निरीक्षण किया। निरीक्षण में परिवहन मंत्री को रोडवेज परिसर में कई खामियां मिलीं। शौचालय में गंदगी और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था ठीक नहीं मिली। इसे लेकर वह आरएम पर जमकर बिफरे। साथ ही सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इसके साथ ही रोडवेज के आसपास संचालित हो रहे डग्गामार बसों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए। कहा कि यदि रोडवेज के आसपास डग्गामार बसों का संचालन होगा तो क्षेत्रीय एआरटीओ और आरटीओ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया जाएगा।

रोडवेज परिसर की हालत देख भड़के परिवहन मंत्री

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह शनिवार को करीब शाम पांच बजे रोडवेज परिसर में पहुंचे। इस दौरान वह सबसे पहले रोडवेज के पूर्वी छोर पर गए। जहां एक एसी बस खड़ी थी। वह बस के अंदर गए और व्यवस्थाओं को देखा। इसके बाद वह रोडवेज परिसर में बने यूरिनल को देखा, जहां गंदगी देख उन्होंने नाराजगी जताई और सफाई करने के लिए सख्त निर्देश दिए।

इसके बाद वह रोडवेज परिसर में बने पेयजल की व्यवस्था को देखने के लिए आगे बढ़े। रोडवेज के सभागार में दो मटका रखा गया था। उसी के ठीक बगल में डस्टबिन रखी गई थी। जिसे देखकर उन्होंने वहां से हटाने के लिए निर्देश दिए। इसके बाद वह वाटर वेडिंग मशीन के पास पहुंचे जहां ताला बंद मिला।

खामियां छिपाने के चक्कर में टाईमिंग भी भूल गए आरएम

परिवहन मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि डग्गामार बसें परिवहन विभाग को भारी चपत लगा रही हैं। उन्हें रोक लगाने के लिए एआरटीओ व आरटीओ को निर्देशित किया गया है। यदि इसके बाद भी सुधार नहीं होता रोडवेज के आसपास डग्गामार बसों का संचालन होता पाया गया तो संबंधित क्षेत्रीय एआरटीओ व आरटीओ को सस्पेंड किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि रोडवेज की बसों में आ रही खामियों को जल्द ही दूर किया जाएगा। जिससे यात्रियों का सफर सुहाना हो सके। इस अवसर पर भाजपा नेता अखिलेश मिश्र ‘गुड्डू’, राकेश सिंह, अनुराग सिंह, मोनू विश्वकर्मा समेत अन्य कार्यकर्ता व रोडवेज के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह रोडवेज परिसर का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान एक महिला अपने परिवार के साथ गाजीपुर बस के लिए इंतजार कर रही थी। परिवहन मंत्री की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने महिला से बात की। तो उसने पूरी जानकारी दी। महिला का कहना था कि वह 3.30 बजे से ही गाजीपुर बस के लिए इंतजार कर रही है।

इंतजार करते-करते 5.25 बजे हैं लेकिन अभी तक कोई बस नहीं आई है। परिवहन मंत्री ने आरएम वीके सिंह से पूछा तो वह अपनी खामियां छिपाने लगे। मंत्री ने जब आरएम से बस आने का समय पूछा तो आरएम ने कहा चार बजे बस आएगी। जबकि 5.25 बज चुके थे।

महिला प्रतीक्षालय बनाने का दिया निर्देश

रोडवेज परिसर में खड़ी महिलाएं धूप से परेशान थीं। जिसे देख परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने आरएम को रोडवेज परिसर में महिलाओं के लिए प्रतीक्षालय बनवाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा का विशेष ध्यान दिया जाए। ताकि उन्हें किसी प्रकार की समस्याएं नहीं आए।

सेवानिवृत्त कर्मचारी ने शोषण का लगाया आरोप

आरएम कार्यालय में तैनात रह चुके सेवानिवृत्त कर्मचारी ने आरएम पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि रोडवेज की बसों में यदि कोई समस्या आती है तो उसे बनवाने के लिए चालक व परिचालक से पैसा लिया जाता है। न देने पर ड्यूटी से गैरहाजिर करने की धमकी देते हैं। इस भय से चालक व परिचालक अपनी जेब से पैसा लगाकर उस खामी को ठीक कराते हैं। 

जबकि उसका बिल लगाकर भुगतान किया जाता है। धनराशि पास होने पर वह पैसा अधिकारी खा जाते हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारी ने आरोप लगाया कि पिछले कई साल से आरएम व एआरएम आजमगढ़ रीजनल में ही जमे हुए हैं। उनका स्थानांतरण न होने से वह बड़े-बड़े घोटाले करते हैं।

साभार- अमर उजाला




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