गर्मियों ने हालत खराब कर रखी है। हीटवेव अपने चरम पर हैं। सुबह से ही 15-20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने लगीं जो दोपहर तक लू में बदल जाती हैं। इसके थपेड़ों से लोगों के चेहरे मुरझा गए। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद बादल छाएंगे। प्रदेश के मध्य जिलों में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने संभावनाएं हैं। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार अगले पश्चिमी विक्षोभ के कारण 21 से 23 अप्रैल के बीच असर दिखाई देगा। इससे 42 डिग्री चल रहे तापामन में भी गिरावट आएगी।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश की राजधानी का पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक रहा। वहीं कानपुर, झांसी, आगरा, वाराणसी आदि शहरों में पारा 24 डिग्री से लेकर 46 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि इस बीच चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की ओर से राहत भरी खबर है। कानपुर समेत आस-पास के जिलों में बादलों के छाने के साथ गर्मियों की पहली बारिश का अनुमान है। बता दे बीते दिनों सबसे गर्म झांसी और कानपुर रहा। वहीं रात का पारा 21.2 से 24.2 डिग्री सेल्सियल रहा। हालांकि आने वाले दिनों में राहत के बाद फिर पारा चढ़ने की संभावनाए हैं।
बुधवार देर रात प्रदेश के मध्य और पश्चिमी जिलों में बदली छाने के साथ तेज हवाएं भी चली। देर रात चली हवाओं ने रात और सुबह का पारा गिरा दिया। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद मौसम बदलेगा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण इसका असर 21 से 23 अप्रैल के बीच दिखाई देगा। मौसम बदलने के साथ ही बूंदा बारिश भी होगी। भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
गर्मी से सर्वाधिक प्रभावित स्कूली बच्चे रहे। स्कूली बच्चों की जिस समय छुट्टी होती है तब विभाग के अनुसार तापमान 42-43 डिग्री के बीच होता है। स्कूलों ने टेस्ट और परीक्षाएं शुरू कर दी हैं, जिसके कारण वे घर पर भी नहीं रुक सकते। बच्चों को स्कूलों से छुट्टी के समय लेने जाने वाले अभिभावकों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ बच्चों मे गर्मियां बीमारी की वजह बन रही है।
साभार- पत्रिका
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