चाणक्य नीति के अनुसार अच्छी आदतों को अपनाने से धन की देवी लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं. इन कामों को कभी नहीं करना चाहिए. लक्ष्मी जी हो जाती हैं नाराज.
चाणक्य नीति के अनुसार धन की देवी लक्ष्मी जी तभी अपना आशीर्वाद देती हैं जब व्यक्ति श्रेष्ठ कार्य करता है. अच्छे गुणों को अपनाने वाले पर लक्ष्मी जी की कृपा सदैव बनी रहती है. ऐसे लोगों के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है. जो व्यक्ति धन की कामना करता है, उसे इन कामों से हमेशा दूर रहना चाहिए.
समय का महत्व : चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग समय के महत्व को नहीं पहचानते हैं, उन्हें लक्ष्मी जी की कृपा कभी प्राप्त नहीं होती हैं. जीवन की सफलता में समय का विशेष महत्व है. जो व्यक्ति अपने सभी कार्यों को समय पर पूर्ण करते हैं, उनका साथ लक्ष्मी जी कभी नहीं छोड़ती हैं. ऐसे लोगों को धन के साथ वैभव भी प्राप्त होता है. इसलिए समय को खराब नहीं करना चाहिए.
निंदा : चाणक्य नीति के अनुसार निंदा सुनने और करने की आदत से दूर रहना चाहिए. निंदा रस से दूर रहने वाला व्यक्ति लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करता है. निंदा सुनने और करने वाला व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा से घिरा रहता है. ऐसे लोग अपने आसपास घटित होने वाले खुशी के पलों को आनंद नहीं उठा पता है. निंदा रस में डूबे व्यक्ति को कभी भी लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता है. इससे दूर ही रहना चाहिए.
विद्वान का आदर करें : चाणक्य नीति कहती है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में विद्वानों का आदर नहीं करता है उन्हें लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त नहीं होती है. जहां पर विद्वानों का आदर होता है लक्ष्मी जी का वहां पर वास होता है. अच्छी संगत व्यक्ति को सफलता प्रदान करती है. इसीलिए गलत संगत से दूर रहना चाहिए. गलत संगत व्यक्ति के गुणों का नाश करती है.
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