ओमिक्रॉन वेरिएंट के ये लक्षण सिर्फ रात में ही दिखते हैं, डॉक्टरों ने दी चेतावनी



नई दिल्ली: कोरोना का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनियाभर के लिए मुसीबत बनकर सामने आया है। नया वेरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है, जिससे लोगों में खौफ का माहौल है। भारत में भी अब तक इस नए वेरिएंट के कई मामले सामने आ चुके हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट पिछले स्ट्रेन से ज्यादा घातक है। यह कोरोना से पहले भी संक्रमित हो चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। वहीं वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके लोग भी इस नए वेरिएंट से सुरक्षित नहीं है। ऐसे में लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है और कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है। देश में बढ़ते मामलों के चलते केंद्र सरकार भी परेशान है, वह लगातार राज्यों को सावधान रहने की चेतावनी दे रही है।

बता दें कि अभी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। कुछ लोगों को कहना है कि ओमिक्रॉन कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से कम घातक है। हालांकि यह तेजी से फैल रहा है, लेकिन मरीजों में कोई गंभीर समस्या देखने को नहीं मिल रही है।

ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज को रात में हो रही ये समस्याएं ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के जनरल प्रैक्टिशनर डॉ. उनबेन पिल्ले का कहना है कि ओमिक्रॉन के मरीजों को रात में अधिक समस्या हो सकती है। वहीं कुछ ऐसे लक्षण हैं जो मरीजों को रात में परेशान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों को रात में पसीना आने की शिकायत हो सकती है। वहीं कई बार मरीज को इतना ज्यादा पसीना आता है कि उसके कपड़े या बिस्तर तक गीला हो सकता है। खास बात यह है कि संक्रमित को ठंडी जगह में रहने पर भी पसीना आ सकता है। इसके साथ ही मरीज को रात में शरीर में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।

डॉ. उनबेन ने बताया कि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में सूखी खांसी के लक्षण भी देखे गए हैं। उन्होंने बताया कि ये लक्षण कोरोना के अब तक सभी पुराने स्ट्रेन में देखा जा चुका है। इसके साथ ही मरीज में बुखार और मांसपेशियों में दर्द जैसी शिकायतें भी हो सकती हैं। वहीं मरीज को गला छिलना, हल्का बुखार जैसे समस्याएं हो सकती हैं। वहीं ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज को थकावट भी महसूस हो सकती है।

साभार- पत्रिका





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