वास्तु शास्त्र अनुसार घर का मेन गेट हो ऐसा तो नहीं होगी धन की कभी कमी

 


कहते हैं कि अगर वास्तु के नियमों के अनुसार घर या ऑफिस का निर्माण किया जाए तो वहां रहने वाले लोगों का जीवन सुखमय रहता है। यहां आप जानेंगे घर का मुख्य द्वार कैसा होना चाहिए।

वास्तु शास्त्र प्राचीन भारत का एक शास्त्र है। जिसमें घर या ऑफिस के निर्माण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई है। जिससे आस-पास सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। कहते हैं कि अगर वास्तु के नियमों के अनुसार घर या ऑफिस का निर्माण किया जाए तो वहां रहने वाले लोगों का जीवन सुखमय रहता है। यहां आप जानेंगे घर का मुख्य द्वार कैसा होना चाहिए जिससे हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे।

घर के मुख्य द्वार पर पीपल, आम या फिर अशोक के पत्तों की माला का तोरण बनाकर टांगना शुभ माना जाता है। घर के प्रवेश द्वार पर लक्ष्मी माता और कुबेर देवता की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। इससे धन लाभ होने के आसार रहते हैं। मान्यता है घर के मुख्य द्वार पर सिंदूर से मां लक्ष्मी की पैर बनाने से धन की कभी कमी नहीं होती। घर को बुरी ऊर्जा से बचाने के लिए घर के मेन गेट के दोनों तरफ शुभ-लाभ लिखना चाहिए।

वास्तु शास्त्र अनुसार घर का मेन गेट कहीं से भी टूटा नहीं होना चाहिए। ना ही उसे खोलते समय किसी प्रकार की आवाज आनी चाहिए। ध्यान रखें घर के मेन गेट हमेशा बाहर की तरफ खुलना चाहिए। मान्यता है ऐसा गेट शुभ समाचार लाता है। अगर दरवाजा अंदर की तरफ खुलता है तो सुख समृद्धि में रुकावट आती है। 

वास्तु शास्त्र अनुसार घर के मुख्य द्वार के आस-पास सफाई रहनी चाहिए। जूते चप्पल का ढेर नहीं होना चाहिए। सामने पेड़ और कोई खंभा नहीं होना चाहिए। घर का मेन गेट दो पल्लों में होना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है। इस बात का भी ध्यान रखें कि घर का मुख्य द्वार घर के बाकी दरवाजों से बड़ा और चौड़ा होना चाहिए। 

घर के मेट गेट के पास तुलसी का पौधा जरूर लगाएं और हर रोज उसकी पूजा करें। साथ ही पूजा के बाद स्वस्तिक का निशान भी बनाएं। मान्यता है ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो पाता। घर का मेन गेट घर के अन्य सभी दरवाजों से ऊंचा होना चाहिए। मेन गेट की उत्तम दिशा उत्तर मानी जाती है।




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