आषाढ़ मास की सबसे महत्वपूर्ण एकादशी कब है? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व


Devshayani Ekadashi 2021: देवशयनी एकादशी व्रत, आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाएगा. आइए जानते हैं इस व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व.


Devshayani Ekadashi 2021: आषाढ़ मास को पूजा पाठ के लिए उत्तम माना गया है. आषाढ़ मास की एकादशी तिथि का विशेष धार्मिक महत्व माना गया है. आषाढ़ मास की अंतिम एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. आषाढ़ मास की अंतिम एकादशी कब है? आइए जानते हैं.


आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है 20 जुलाई 2021, मंगलवार को है. पंचांग के अनुसार 25 जून, शुक्रवार से आषाढ़ मास का आरंभ हो रहा है. आषाढ़ मास का समापन 24 जुलाई को होगा. आषाढ़ मास में ही चातुर्मास शुरू होंगे. 


आषाढ़ मास का अर्थ : पचांग के अनुसार आषाढ़ मास में चंद्रमा पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में गोचर करता है. इसलिए इस मास को आषाढ़ कहा जाता है. आषाढ़ मास की एकादशी तिथियों का विशेष महत्व बताया गया है. आषाढ़ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी और शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.


चातुर्मास कब से शुरू होगा? पंचांग के अनुसार 20 जुलाई, मंगलवार को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से चातुर्मास शुरू होगा. इस एकादशी से भगवान विष्णु विश्राम की अवस्था में आ जाते हैं. 14 नवंबर 2021 को देवोत्थान एकादशी पर विष्णु भगवान शयन काल आरंभ होता है. मान्यता है कि चातुर्मास में शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.


देवशयनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त :


-देवशयनी एकादशी तिथि प्रारम्भ - जुलाई 19, 2021 को 09:59 पी एम बजे


-देवशयनी एकादशी समाप्त - जुलाई 20, 2021 को 07:17 पी एम बजे


-देवशयनी एकादशी व्रत पारण- जुलाई 21, 05:36 ए एम से 08:21 ए एम







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