रेलटेल ने देश भर के 813 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आईपी आधारित सीसीटीवी कैमरे किए स्थापित

गोरखपुर 06 जुलाई, 2021: भारतीय रेलवे और उसके सार्वजनिक उपक्रम रेलटेल ने देश भर के 813 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आईपी आधारित सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए हैं। यात्रियों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की संरक्षा और सुरक्षा की ओर अधिक ध्यान देते हुए 47 और स्टेशनों पर कार्य चल रहा है और शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। भारतीय रेलवे और रेलटेल द्वारा मार्च, 2022 तक, 756 स्टेशनों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

यह परियोजना सभी ए1, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी के रेलवे स्टेशनों और प्रीमियम ट्रेनों और उपनगरीय ईएमयू के कोचों को कॅवर करने वाली है जिसमें से करीब 5000 स्टेशनों में रेल टेल सीसीटीवी लगाएगा। स्टेशनों पे सीसीटीवी लगाने हेतु भारतीय रेलवे ने 25.6.2020 को रेलटेल के साथ एक एमओयू किया था। घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए, राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए, सीईआरटी-इन-पैनलबद्व सरकारी एजेंसियों द्वारा संपूर्ण प्रणाली की लेखापरीक्षा के लिए और भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देषों की भागीदारी को रोकने के लिए, भारतीय रेलवे द्वारा व्यापक आधार, मजबूत संशोधित विनिर्देश जारी किए गए थे और इसके आधार पर वही रेलटेल ने मई, 2021 में 456 स्टेशनों पर सीसीटीवी के लिए 4 टेंडर जारी किए हैं।

इन सीसीटीवी को आप्टिकल फाइबर केबल पर नेटवर्क किया जा रहा है और सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फीड न केवल स्थानीय आरपीएफ चैकियों पर बल्कि मंडल और जोनल स्तर पर एक केंद्रीकृत सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में भी प्रदर्षित की जा रही है। रेलवे परिसरों में सुरक्षा बढ़ाने के लिये स्टेषनों के सीसीटीवी कैमरों और वीडियो फीड की निगरानी 3 स्तरों पर की जा रही है। रेलटेल ने 14 जोनल रेलवे पर केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया है और शेष जोनों के कार्य प्रगति पर हैं। ये केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष संबंधित जोनों के स्टेषनों पर रेलटेल द्वारा स्थापित सीसीटीवी से वीडियो फीड प्रदर्षित कर रहे हैं, कैमर, सर्वर, यूपीएस और स्विचों की निगरानी के लिये नेटवर्क प्रबंधन प्रणाली एनएमएस भी उपलब्ध करायी गयी है जिसे अधिकृत कार्मिक द्वारा किसी भी वेब ब्राउजर से देखा जा सकता है।

रेलवे परिसर के अंदर अधिकतम कॅवरेज  सुनिश्चित करने के लिए 4 प्रकार के आईपी कैमरे-डोम टाइप, बुलेट टाइप, पैन टिल्ट जूम टाइप और अल्ट्रा एचडी-4के स्थापित किया जा रहा है। इससे सुरक्षा में सुधार के लिये आरपीएफ अधिकारियों के अतिरिक्त सहयोग मिलेगा। सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त होने वाली वीडियो फीड की रिकाॅर्डिंग 30 दिनों के लिये स्टोर की जाएगी।

कोविड 19 महामारी लाॅकडाउन, सामग्री की आपूर्ति में कमी और आवाजाही पर प्रतिबंध के कारण निष्पादन में कुछ देरी हुई। हालांकि, स्थिति सामान्य होने के साथ, वर्तमान में परियोजना पूरे जोरों पर है।





                                                      

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