कोरोना वायरस :18 साल से छोटे बच्चों के लिए वैक्सीन अब भी ट्रायल चरण में ही है, इसलिए बेहतर यही कि बच्चे में जैसे ही लक्षण दिखने शुरू हो फौरन डॉक्टर से सलाह ली जाए। एक्सपर्ट्स चाहे यह कह रहे हों कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खासतौर पर ख़तरनाक साबित हो सकती है, लेकिन डॉक्टर्स का मानना है कि वयस्कों की बच्चों का भी सही समय पर डायगनोसिस और इलाज शुरू होना चाहिए, ताकि वे न सिर्फ कोविड से लड़ पाएं, बल्कि गंभीर स्थिति से भी बच पाएं, जिसमें MIS-C भी शामिल है। इसलिए मां-बाप को न सिर्फ बच्चों को जोखिम भरे वातावरण से ज़्यादा से ज़्यादा बचाना चाहिए, बल्कि शुरुआती लक्षणों पर नज़र रखनी चाहिए।
अगर आप भी पैरेंट हैं, तो आपके लिए भी बच्चों में कोविड-19 के शुरुआती लक्षणों को जानना बेहद ज़रूरी है।
1. गले में ख़राश और खांसी
बच्चे अक्सर आम एलर्जी और श्वसन संक्रमण के आसानी से शिकार हो जाते हैं, सताने वाली खांसी, बदली हुई आवाज़ और गले में खराश COVID-19 के कारण ऊपरी श्वसन पथ की सूजन के लक्षण हो सकते हैं। उन्हें डॉक्टर से सलाह लेने के बाद, ग़रारे करने, भाप लेने और एंटीट्यूसिव सिरप का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें।
2. नाक बहना
कई बच्चों में नाक बहने जैसे लक्षण भी दिखते हैं, इसके साथ नाक में खुजली, नाक का बंद होना या सूंघने की शक्ति का जाने का भी अनुभव करते हैं।
3. थकान और मांसपेशियों में दर्द
मांसपेशियों में दर्द, शरीर में दर्द और सिर दर्द भी कोरोना की दूसरी लहर सबसे आम लक्षण रहा था। डॉक्टर का भी सुझाव है कि वायरस के कारण होने वाली सूजन छोटे बच्चों में भी इसी तरह के लक्षण पैदा कर सकती है। अगर कोविड-19 का संदिग्ध जोखिम है, तो दर्द के अलावा, बच्चों को ऊर्जा के स्तर में गिरावट, सुस्त, नींद से भरे या भयानक थकान का अनुभव कर सकते हैं। शिशुओं में थकान और शरीर में दर्द, उनके रोने और असामान्य व्यवहार से पता चल सकता है।
4. बुख़ार और ठंड लगना
जब बच्चे कोविड-19 से संक्रमित होते हैं, तो उन्हें 102 डिग्री तक बुख़ार हो सकता है। वैसे तो बुख़ार आने के और कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कोविड होने पर बुख़ार के साथ ठंड लगना, शरीर में दर्द और भयानक थकावट हो सकती है। बच्चों के ज़्यादातर मामलों में बुख़ार 2 से 3 दिनों में टूट जाता है। हालांकि, अगर लक्षण 5 दिन से ज़्यादा रहते हैं, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह करें, क्योंकि ये MIS-C का संकेत भी हो सकता है, जो कोविड का गंभीर कॉम्पलीकेशन है।
5. दस्त और पेट में दर्द
गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण भी कोविड संक्रमण से जुड़े हुए हैं। बच्चों में इसके लक्षण मतली, दस्त, पेट में दर्द, मुंह में छाले जैसे हो सकते हैं। बच्चों को भूख लगना बंद हो सकती है, कमज़ोरी, पेट ख़राब, या खाना निगलने में दिक्कत आ सकती है।
6. त्वचा पर चकत्ते/ आंखों का लाल होना
त्वचा संबंधी लक्षण भी कई मामलों में कोविड-19 संक्रमण से जुड़े पाए गए। बच्चों में गंभीर संक्रमण भले ही न हो, या बड़ों के मुकाबले लक्षण बेहद कम हों, लेकिन उनमें शुरुआती दिनों में होने वाली सूजन के संकेत देखे जा सकते हैं। उनकी त्वचा का लाल होना, फफोले, पित्ती, चकत्ते, खुजली हो सकती है, साथ ही आंखों का लाल होना, आंखों में खुजली या फिर सूजन के रूप में देखा जा सकता है। अगर बच्चे के होंठ हल्के नीले दिखें या त्वचा का रंग बदलता दिखे, तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
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