वास्तु विज्ञान से लाएँ सुख- समृधि


वास्तु संबंधी भूल की वजह से व्यक्ति मानसिक रूप से पीड़ित और आर्थिक रूप से परेशान रहता है। दरअसल वास्तु संबंधी दोष घर में नकारात्मक उर्जा को बढ़ाता है और आपको परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वास्तु विज्ञान कहता है कि कई बार व्यक्ति की सुख-समृद्धि में बाधा की वजह घर का वास्तु होता है जिसके बारे उन्हें पता ही नहीं होता है। वास्तु विज्ञान में बताया गया है कि अगर आप कुछ उपायों को आजमाकर देखें तो परेशानियों से काफी हद तक राहत पा सकते हैं।

 इस स्थान पर रखें साफ बर्तन :

वास्तु विज्ञान के अनुसार, अगर ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व में रसोई घर हो तो उस रसोई घर के अंदर गैस चूल्हे को आग्नेय कोण में रख दें और रसोई के ईशान कोण में साफ बर्तन में जल भरकर रख दें। ऐसा करने से आपके घर में धन का प्रवाह बना रहेगा और कहीं धन अटका हुआ है तो उसके मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।

घर में लगाएं देवी लक्ष्मी की तस्वीर :

घर के उत्तर दिशा में देवी लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाएं, जिसमें वह कमलासन पर विराजमान हों और स्वर्ण मुद्राएं गिरा रही हों। ऐसी तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है, इससे घर में समृद्धि का वास होता है। साथ ही अगर आप उत्तर दिशा में तोता की तस्वीर लगाएंगे तो पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होगा।

धन का होता है आगमन :

वास्तु विज्ञान के अनुसार, पानी की टंकी मकान की छत पर पश्चिम दिशा की ओर लगाना चाहिए। इस दिशा में छत के अन्य भागों से ऊंचा चबूतरा बनाकर पानी की टंकी रखना चाहिए। वास्तु के नियमानुसार यह बहुत ही शुभ होता है।

सुख व शांति का होता है वास :

घर का मुखिया अगर भगवान शिव और चंद्र देव के मंत्रों का हर रोज जप करता है तो उसके यहां सुख और शांति का वास रहता है। वास्तु के नियमानुसार घर के बड़ों को नियमित शिवजी के मंत्रों का जप करना चाहिए, इससे घर में बरकत आती है।

 बनी रहती है शनिदेव की कृपा :

शनिदेव की कृपा पाने और साढ़ेसाती या ढैय्या के दौरान संकट से मुक्ति के लिए घर के पश्चिम दिशा में शनि यंत्र की विधिपूर्वक स्थापना करनी चाहिए। इससे आपके जीवन में आने वाली समस्याओं का अंत होगा। हर दिन सुबह मुख्य द्वार पर एक लोटा जल जरूर डालना चाहिए इससे सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।

घर में होती है उन्नति :

अगर आप घर के दक्षिण पश्चिम भाग को ऊंचा रखेंगे तो यह शुभ रहता है। घर में उन्नति और शांति का वास होता है। मकान के दक्षिण पश्चिम भाग में टीला या चट्टान हो तो यह बड़ा ही लाभदायी होता है।

शुभता की होती है प्राप्ति :

पूर्व दिशा के घर में सूर्य यंत्र की स्थापना करें। पूर्वमुखी घर में मुख्य द्वारा के बाहर ऊपर की ओर सूर्य का चित्र या प्रतिमा लगाएं। इससे घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है और नकारात्मक उर्जा के प्रवाह में कमी आती है। नौकरी और कारोबार के मामले में यह शुभ फलदायी होता है।

 इस स्थान पर ना फैलाएं गंदगी :

घर के मध्य भाग को हमेशा खाली रखें। अत्यधिक सामान को जब हम इस भाग में रखते हैं तो घर में प्रवेश करने वाली सकारात्मक ऊर्जा बाधित होती है। अगर यहां सामान रखना ही हो तो कम रखें और यहां गंदगी ना होने दें।

डाॅ0 रवि नंदन मिश्र

असी.प्रोफेसर एवं कार्यक्रम अधिकारी

राष्ट्रीय सेवा योजना

( पं.रा.प्र.चौ.पी.जी.काॅलेज,वाराणसी) सदस्य- 1.अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद, वाराणसी,

2. भास्कर समिति,भोजपुर ,आरा

3.अखंड शाकद्वीपीय 

4.चाणक्य राजनीति मंच ,वाराणसी

5.शाकद्वीपीय परिवार ,सासाराम

6. शाकद्वीपीय  ब्राह्मण समाज,जोधपुर

7.अखंड शाकद्वीपीय एवं

8. उत्तरप्रदेशअध्यक्ष - वीर ब्राह्मण महासंगठन, हरियाणा




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