लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार से तूफान ताउते का असर देखने को मिल रहा है। यहां हालात मुंबई, गुजरात जैसे तो नहीं हैं, जहां ताउते ने तबाही मचाई, लेकिन मौसम की उठापठक लगातार देखने को मिल रही है। एक पल में बारिश तो दूसरे पल ही धूप से लोगों को रूबरू होना पड़ रहा है। लखनऊ, आगरा, कानपुर समेत तमाम जिलों में बुधवार को ऐसा देखने को मिला, लेकिन अधिकतर समय बादल छाए रहे। मॉनसून से पहले ही बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी। मौसम खुशगवार है, लेकिन चिकित्सकों की सलाह है अभी सभी लोग इस बारिश में भीगने से बचें, क्योंकि इससे तबीयत खराब होने की आशंका है और कोविड भी इस दौरान अटैक कर सकता है।
मऊ में राहुल हास्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राहुल राय ने इस बारिश में भीगने से बचने की सलाह देते हुए कहा है कि इस बारिश में भीगने से सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार होने के साथ-साथ सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है। उन्होंने कहा कि खासतौर पर इस कोरोना काल में तो अति आवश्यक है कि बारिश में भीगने से बचे। क्योंकि यदि खांसी जुकाम आदि हुआ तो कोरोना को अटैक करने में आसानी होगी। बदले हुए मौसम के दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
दो दिन और होगी बारिश-
लखनऊ, कानपुर समेत तमाम जिलों में मंगलवार रात से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही। बुधवार दोपहर तक सिलसिला जारी रहा। बीच-बीच में मौसम साफ हुआ तो धूप भी निकली। अधिकतर समय काले बादलों की आवाजाही के साथ बारिश जारी रही। बुधवार को अधिकतम तामपान 30 के नीचे मतलब 27 डिग्री दर्ज किया गया, तो न्यूनतम 23 डिग्री। भारत विज्ञान मौसम केंद्र लखनऊ के अनुसार, अगले दो दिनों तक उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने के संभावना रहेगी।
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