क्या टल जाएंगे उप्र पंचायत चुनाव, फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

 

लखनऊ। यूपी में तेजी सेे फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच हो रहे पंचायत चुनाव का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सचिन भारद्वाज की इस याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई है। आज ही यूपी के बीस जिलों में दूसरे चरण का चुनाव हो रहा है। 


सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर होने से पहले बांदा सदर से विधायक प्रकाश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आगे बढ़ाए जाने की मांग की है। विधायक के मुताबिक, जनपद में काफी तेजी से कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा है। उन्होंने वीकेंड कफ्र्यू में पत्र मुख्यमंत्री को भेजा था। विधायक ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में बताया कि वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण की व्यापकता सभी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही है। काफी तेजी और बढ़े पैमाने पर जनपद के लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। थोड़ी सी भी लापरवाही जान के खतरे का कारण बन रही है। जनमानस में दहशत का वातावरण है। कहा कि इस समय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हो रहे हैं। दो चरण अभी शेष हैं। प्रत्याशी दिन-रात प्रचार में समर्थकों सहित गांवों के अंदर व बाहर गांव-गांव भ्रमण कर रहे हैं। इससे सामाजिक दूरी पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में जनपद की स्थिति संक्रमण से भयावह हो चुकी है। जनहित में कोरोना के इस विकराल रूप को देखते हुए पंचातय चुनाव तत्काल आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। 


चुनाव के कारण स्थिति रही बिगड़-विधायक ने तर्क दिया कि पंचायत चुनाव के कारण संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पहली बार है, जब संक्रमण का ग्राफ गांवों में तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह सिर्फ चुनाव है। चुनाव में प्रत्याशी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रख रहे हैं। भीड़ के साथ प्रचार में लगे हैं। अगर चुनाव नहीं रोके गए तो स्थिति और भी भयावह होती जाएगी। विधायक ने बताया कि जिला पंचायत पद के लिए भाजपा से घोषित वार्ड-14 महिला प्रत्याशी की कोरोना संक्रमण से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से ठीक एक दिन पहले मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरा प्रत्याशी संक्रमण के चलते गंभीर स्थिति में है।




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