भारत में वास्तुशास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है। आजकल लगभग हर घर वास्तु के अनुसार ही बनवाया जाता है। वहीं सनातन धर्म देखें तो हर कार्य को शुरु करने से पहले दीपक जलाया जाता है। क्योंकि इसका विशेष महत्व माना जात है। दीप जलाकर भगवान की पूजा आराधना की जाती है। हिंदू धर्म में हर त्यौहार, हर शुभ कार्य व लगभग हर घर में सुबह शाम दिपक जलाया जलाने की परंपरा है। लेकिन क्या आप जानते हैं वास्तुशास्त्र में भी दीपक जलाना अच्छा माना जाता है। वास्तु में दीपक जलाने व उसको रखने के लिए कई नियम बताए गए हैं। कहा जाता है की इन नियमों का पालन करने से व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ होते हैं। जिनसे वह अपने इच्छा अनुसार कई मनोकानाएं पूरी करना सकता है। इसलिए दीपक जलाते समय सिर्फ दीपक ही नहीं बल्कि उसकी लौ का भी ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं की लौ किस दिशा में रखनी चाहिए और उससे क्या लाभ मिलेगा…
पूर्व दिशा– इस दिशा में दीपक की लौ रखने से व्यक्ति की आयु में वृद्धि होती है।
पश्चिम दिशा- इस दिशा में दीपक की लौ रखने से व्यक्ति का दु:ख कभी कम नहीं होता, बढ़ता ही है।
उत्तर दिशा- इस दिशा में दीपक की लौ रखने से धनलाभ होता है।
दक्षिण दिशा- इस दिशा में दीपक की लौ रखने से हानि होती है। हानि सिर्फ धन ही नहीं व्यक्ति की भी हो सकती है। तो ध्यान रहे इस दिशा में कभी दीपक की लौ ना रखें।
दीपक जलाते समय करें इस मंत्र का जाप, मिलेगा जल्दी परिणाम
दीपज्योति: परब्रह्म:
दीपज्योति: जनार्दन:
दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नमोस्तुते…
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखं सम्पदां
शत्रुवृद्धि विनाशं च दीपज्योति: नमोस्तुति…
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