इंदौर। 18 साल पहले शुरु हुई एक प्रेम कहानी का इंदौर में कोरोना से दुखद अंत हो गया। यहां कोरोना से पति की मौत से दुखी पत्नी ने भी पति की मौत के महज ढाई घंटे बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पति का नाम पवन पवार है जिसका चयन हाल ही में पीएससी से रेंजर के लिए हुआ था और उसकी पत्नी नेहा एक निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं। दोनों की पांच साल पहले लव मैरिज हुई थी। पवन को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद तबीयत बिगड़ने पर 15 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां तमाम प्रयासों के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
कोरोना में मोहब्बत का दर्दनाक अंत बड़वानी के रहने वाले पवन पवार और बिलासपुर की रहने वाली नेहा की मोहब्बत 18 साल पहले शुरु हुई थी। पांच साल पहले नेहा और पवन ने लव मैरिज की थी। पवन की तबीयत बिगड़ने के बाद से ही नेहा उसके पास थी और उसकी सेवा कर रही थी। परिजन ने बताया कि जब पवन की तबीयत बिगड़ी तो नेहा ने कहा था कि किसी भी तरह पवन की ठीक होना होगा नहीं तो वो भी अपनी जान दे देगी। बुधवार की सुबह इलाज के दौरान जब पवन की मौत हुई तो नेहा उसकी मौत का गम बर्दाश्त नहीं कर पाई। एक तरफ जब परिजन पवन के शव को अस्पताल से बड़वानी ले जाने की तैयारी कर रहे थे तभी नेहा घर से कुछ कपड़े लेने के बहाने भाई के साथ घर गई और वहीं पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
18 साल पहले कोरबा से शुरु हुई प्रेम कहानी पवन और नेहा की प्रेम कहानी करीब 18 साल पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा से शुरु हुई थी। पवन 18 साल पहले अपनी मौसी के घर कोरबा गया था और वहीं पर उसकी नेहा से पहली बार मुलाकात हुई थी। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हुई और फिर मोहब्बत हो गई। बाद में नेहा के पिता का ट्रांसफर बिलासपुर हो गया था तो पवन भी बिलासपुर चला गया था और फिर वहीं पर दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का फैसला लिया। पांच साल पहले ही दोनों ने लव मैरिज की थी और खुशी खुशी अपनी जिंदगी बिता रहे थे लेकिन कोरोना ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया।
साभार- पत्रिका
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