सावधान! बाजार में बिक रही नकली दालचीनी, ऐसे करें पहचान


लखनऊ। दालचीनी (Dalchini) एक ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल लगभग हर एक रसोईं में होता है। दालचीनी (Cinnamon) का इस्तेमाल स्वाद के साथ-साथ औषधि के रूप में भी किया जाता है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौर में आज दालचीनी उन मासलों से में एक है, जिनका इस्तेमाल किचन में काफी बढ़ गया है। क्योंकि इसके इस्तेमाल से मनुष्य के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि जो दालचीनी आप अपने स्वास्थ और स्वाद के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह नकली भी हो सकती है। उस दालचीनी में अमरूद की छाल से लेकर कई किस्म की चीजें मिलाई जाने लगी हैं। इन सभी चीजों के शरीर में जाने से काफी नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में बाराबंकी के जानकार पुराने दुकानदारों ने बताया कि कैसे नकली दालचीनी (Fake Dalchini) और असली दालचीनी की पहचान की जाती है और इसे खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखा जाये।

ऐसे होती है दालचीनी में मिलावट : दालचीनी में ज्यादातर उसी की तरह दिखने वाला कैसिया बार्क नामक उत्पाद को मिला दिया जाता है। यह बिल्कुल दालचीनी की तरह ही दिखता है, लेकिन स्वाद और सुगंध में अलग होता है। इसके अलावा कई बार दालचीनी में अमरूद की छाल को मिलाया जाता है। यह भी बिल्कुल दालचीनी की तरह ही दिखती है।

नकली दालचीनी के नुकसान : बाराबंकी के किराना मर्चेंट व्वसायी मायाराम के मुताबिक कैसिया बार्क के सेवन का असर सीधा लीवर पर पड़ता है और काफी नुकसान भी पहुंचाता है। जिसके चलते आपकी पाचन क्रिया खराब हो सकती है। वहीं दालचीनी में होने वाली दूसरी मिलावट भी पाचन तंत्र को काफी नुकसान पहुंचाती है।

ऐसे पहचानें असली दालचीनी : बाराबंकी की अनाज मंडी में मसालों का बड़ा कारोबार करने वाले घनश्याम के मुताबिक कैसिया बार्क को पास से देखने पर उसकी बाहर की परत खुरदुरी नजर आती है। जबकि दालचीनी की परत चिकनी होती है। दालचीनी की परत काफी पतली होती है। असली दालचीनी हल्के भूरे रंग की होती है और इसकी अपनी अलग ही खुशबू होती है। जबकि कैसिया बार्क में कोई सुगंध नहीं होती।

इन बातों का रखें खास ख्याल : असली दालचीनी की महक मीठी होती है, नकली दालचीनी (Fake Cinnamon) की सुगंध काफी तीखी या सुगंधरहित होती है। - असली दालचीनी के अंदर से भरी होती है, नकली दालचीनी के अंदर से खोखली होती हैं। - असली दालचीनी काफी पतली और नाजुक होती है, जबकि नकली दालचीनी मोटी और मजबूत होती है। - असली दालचीनी स्वाद में मीठी होती है, जबकि नकली मीठी नहीं होती। - असली दालचीनी चिकनी होती है, जबकि नकली दालचीनी खुरदुरी होती है।



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