विरासत से तय नहीं होते सियासत के फैसले, ये तो उड़ान ही बतायेगा आसमान किसका‌ है?

यूपी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का शंखनाद अपवाद बनकर वर्तमान सरकार के लिये मुसीबत का सबब बन रहा है। बार बार तुगलकी फरमान लोगों के अरमान स्वाभीमान पर जबरदस्त कुठाराघात कर रहा है। आरक्षण का जिस तरह विश्लेषण हो रहा है उससे एक वर्ग सहर्ष स्वीकार कर वक्त का इंतजार कर रहा है। तुझको हर हाल में इसकी सजा मिलना है तूने दुनियां में बड़ा रंग जमा रखा है। सियासी लालीपाप के साथ हिन्दुत्व का झुन-झुना पकड़ा कर दस प्रतिशत का आरक्षण सामान्य के खाते में देने का वादा करने वाले बहुरूपिये चंद महीनों में ही वादा खिलाफी कर सच्चाई से मुकर गये। सियासी कुर्सी को कायम रखने के लिये जिस शतरंजी खेल को शुरु किया है उसमें वजीर ही झूठ का नज़ीर बनता जा रहा है। कदम कदम पर धोखा है। सियासतदार हिन्दू मुस्लिम में तफरका पैदा कर मजहब और धर्म के बीच वैमनश्यता की गहरी खाई खोदकर जिस समाज का निर्माण करने में लगे हैं वह निश्चित रुप से इस देश के परिवेश के लिये घातक है। आस्था कि आग को हवा देकर ब्यवस्था की बाग को बर्बाद करने का जो षड्यंत्र स्वतन्त्र आवरण में हो रहा है वह इस सदी की त्रासदी का उदाहरण बनेगा। 

इस पंचायती चुनाव में बड़ी कौम मौन है। जो तूफान आने के पहले का संकेत है। सियासत  में जाति बादी बीजगणित का जो फार्मूला निकाला जा रहा है वह  निश्चीत रुप से अगणित अंकगणित के फार्मूले को काट नहीं पायेगा। वक़्त का तकाजा है सबर्णो का घाव अभी ताजा है दर्द  फर्ज और धर्म के लुभावने लोशन से अब ठीक होने वाला नहीं है। यह मर्ज‌ धीरे धीरे नासूर बन रहा है जो सियासत के जागीरदारों के लिये कत्तई अमंगलकारी आने वाले दिनो में साबित होगा। देश की सम्प्रभुता अखन्डता आन-बान-शान स्वाभिमान के लिये धन सम्पदा के साथ ही सारी रियासतो का बलिदान करने वाली कौम आज उपेक्षित है। आजादी के महासंग्राम में बलिदान होने वाले रणबांकुरों के बंशज आज हासीये पर है। आखिर क्यों अच्छा सिला दिया तुमने वफादारी का देश भक्ति का। राह पकड़ा दिया बर्बादी के साथ ही विरक्ती का। उत्तर प्रदेश में हलचल है शहर से लेकर गांव तक सियासी समीकरण बदल रहा पल पल है। सरकारी फरमान का इम्तिहान चल रहा है। दर्द से कराहती जनता बदलाव का पुख्ता इंतजाम इसी चुनाव में करने का मन बना रही है। वैमनश्यता की जहरीली‌ हवा को रफ्तार पकड़ा कर लोगों के बीच कटुता को भी वाक पटुता  के साथ सत्ता की चाभी अपने पास बनाये रखने की सियासी खेल में वर्तमान सरकार फेल होती जा रही है। कुछ दिन और इंतजार करें कोरोना का कहर जारी हो चुका है। सियासत के खतरनाक परजीवी वायरसो के साथ ही विदेशी कोरोना वायरस तेजी से फ़ैल रहा है सतर्क रहें  सावधान रहें। मौत दरवाजे दरवाजे दस्तक देना शुरु कर दीया। एक तरफ‌ सियासतदारो की सियासी वायरसी टीम है दुसरी तरफ से चाईना से आयातित खतरनाक वायरस करोना की शहर शहर गांव गांव दहशत भरी धूम है। दोनों खतरनाक परजीवी है इनसे दूरी बनाकर रहें सावधानी हटी दुर्घटना घटी। स्टाप लुक गो का फार्मूला अख्तियार करें होशियार रहे।

‌‌जयहिन्द🙏🏻🙏🏻


जगदीश सिह, मऊ

मो0-7860503468

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