गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक विनय कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को महाप्रबन्धक सभाकक्ष में निर्माण संगठन द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान अपर महाप्रबन्धक अमित कुमार अग्रवाल, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण आरके यादव, प्रमुख मुख्य इंजीनियर सतीश कुमार पाण्डेय, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबन्धक अनिल कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एके शुक्ला, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर अनिल कुमार मिश्र, निर्माण संगठन एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ रेल अधिकारी सहित तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबन्धक वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़े थे।
निर्माण संगठन द्वारा सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं की वस्तुस्थिति पावर प्वाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से दिखाया गया।
इसके अन्तर्गत छपरा-बलिया, बलिया-गाजीपुर सिटी, गाजीपुर सिटी-औड़िहार, औड़िहार-जौनपुर, सीतापुर-बुढ़वल, मल्हौर-डालीगंज खण्डों के दोहरीकरण परियोजनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया।
कुसुम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन निर्माण, इन्दारा-दोहरीघाट एवं शाहबाजनगर-शाहजहांपुर खण्डों का आमान परिवर्तन, गोरखपुर छावनी-बाल्मिीकीनगर दोहरीकरण परियोजना तथा गोरखपुर छावनी को सैटेलाइट स्टेशन बनाने एवं यार्ड रिमाडलिंग पर भी विस्तृत चर्चा की गई। ऐशबाग सैटेलाइट स्टेशन, इलेक्ट्रिक शेड गोरखपुर, मऊ-शाहगंज खण्ड के विद्युतीकरण, स्टेशनों पर सिगनलिंग सिस्टम के अपग्रेडेशन का कार्य तथा बहराइच-बलरामपुर नई लाइन निर्माण के कार्यों की समीक्षा की गई।
महाप्रबन्धक ने कहा कि सभी कार्यों को निर्धारित लक्ष्य पर पूर्ण करें।कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाये। प्रत्येक कार्य को पूर्ण करने के लिए उचित योजना बनाई जाये। सभी प्रकार के नक्षों को (यार्ड प्लान, सिगनल प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल इत्यादि) निर्धारित समय-सीमा में तैयार करें। श्री त्रिपाठी ने कहा कि वर्ष 2021-22 में क्षमता विस्तार तथा आधारभूत संरचना के विकास के लिये अच्छा बजट मिला है। परियोजनाओं को बेहतर समन्वय के साथ समय से पूरा किया जाये।
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