लखनऊ 05 जनवरी 2021। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल अपने सम्मानित उपभोक्ताओं को बेहतर यात्रा सुविधा उपलब्ध करा रहा है। यात्रा के दौरान यदि रेल उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा होती है तो उसके निस्तारण के लिए रेल प्रशासन चौबीस घंटे तैयार रहता है। ‘रेल मदद‘ एप, ‘हेल्प लाइन नम्बर-139‘ सुरक्षा हेल्प लाइन-182, एस.एम.एस एवं वेब के माध्यम से प्राप्त परिवादों का तत्काल निस्तारण किया जा रहा है।
विगत वर्ष 2020 वैश्विक महामारी कोविड-19 से प्रभावित रहा, जिसमें भारत सहित विश्व के अधिकांशतः देश, संस्थान एवं निवासित लोग प्रभावित रहे, किन्तु भारतीय रेल ने कभी भी अपने कार्यों को सीमित नहीं किया है। वह हर परिस्थितियों में दृढ़ निश्चय के साथ कार्य करता रहा एवं दी गयी जिम्मेंदारियों का निर्वहन करता रहा। रेलवे विभाग में दर्ज शिकायतों के निस्तारण में लखनऊ मण्डल, पूर्वोत्तर रेलवे ने अपने सभी कर्मचारियों तथा अधिकारियों के सहयोग से परिवादों के निस्तारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका पेश की है, चाहें वह CPGRAM (Centralized Public Grievance Redress And Monitoring System), सी.पी.ग्राम, रेल मदद, आर.टी.आई. तथा कोर्ट केसों” के निस्तारण में हो, सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया।
लखनऊ मण्डल द्वारा वर्ष 2020 में ’रेल मदद’ पर प्रतिदिन लगभग 30 शिकायतें (ट्रेन अथवा स्टेशनों) पर यात्रियों द्वारा की गयी। लखनऊ मण्डल, पूर्वोत्तर रेलवे लगभग 60 प्रतिशत ऐसे परिवादों का सामना करता है जिसमें अन्य मण्डल तथा मुख्यालय भी शामिल है। 04 जनवरी 2021 को रेल मदद पोर्टल पर आॅकड़ों के आधार पर पूर्वोत्तर रेलवे पूरे भारतीय रेल में यात्रियों के परिवादों के निस्तारण में प्रथम स्थान पा सका, जिसमें लखनऊ मण्डल, पूर्वोत्तर रेलवे का योगदान लगभग 60 प्रतिशत था। पिछले विगत कई महीनों में यात्रियों द्वारा दी गयी रेटिंग उच्च स्तर की रही, साथ ही उनके परिवादों के निस्तारण का समय भी लगभग 25 मिनट रहा जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
सामान्यतया ’रेल मदद’ के माध्यम से गाड़ियों में साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था, कोच में वातानुकूलन, विद्युत, आरक्षित कोचों में अनाधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश, पार्सल, खान-पान, चिकित्सा सहायता, रिफण्ड, माल/पार्सल, ओवर चार्जिंग, भ्रष्टाचार एवं कर्मचारी व्यवहार से सम्बन्धित परिवाद प्राप्त होते हैं, जिसे कम से कम समय में निस्तारित करने के लिये परिवाद सेल एवं नियंत्रण कक्ष, पूरे समय परिवादों की मानिटरिंग करते हैं।
सी.पी.ग्राम CPGRAM (Centralized Public Grievance Redress And Monitoring System), में विगत वर्ष लगभग 467 परिवाद प्राप्त हुये, उनमें से सभी का संतोशजनक जवाब दिया गया तथा ज्यादातर शिकायतों का पूर्ण रूप से निस्तारण भी कर दिया गया। विगत कुछ माह से सी.पी.ग्राम पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के मामलों में लखनऊ मण्डल का प्रयास रहा है कि वह शिकायत प्राप्ति के 06-08 घण्टों में ही त्वरित गति से षिकायतों का निस्तारण करें अथवा अधिक से अधिक अगले दिन में शिकायत का निस्तारण कर दिया जाएं, जो कि शिकायतों के निस्तारण में एक अनूठी पहल है। परिवादों के तत्काल निस्तारण से यात्री संतुष्टि के लक्ष्य को हम प्राप्त करते हैं।
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