6 लाख लोगों को मकान, यूपी पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी का बड़ा दांव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के 6.1 लाख लाभार्थियों को पीएम आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 2 हजार 691 करोड़ रुपए की साहायता राशि जारी करेंगे. इस सहायता में 5.30 लाख ऐसे लाभार्थी होंगे जिन्हें आर्थिक सहायता की पहली किस्त मिलेगी जबकि 80 हजार लाभार्थी ऐसे होंगे, जिन्हें दूसरी किस्त मिलेगी.

उत्तर प्रदेश में होने जा रहे पंचायत चुनाव को 2022 की लड़ाई का सेमीफाइनल माना जा रहा है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां पंचायत चुनाव में जीत का परचम फहराने की कोशिशों में जुटी हैं. सत्ताधारी बीजेपी पूरी गंभीरता के साथ पंचायत चुनाव की जीतने की रूपरेखा तैयार कर रही है और साथ ही गांव में जद्दोजहद तेज कर दी है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को यूपी के ग्रामीण इलाकों से आने वाले 6 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करोड़ों रुपए की सौगात देंगे, जिसे पंचायत चुनाव को साधने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के 6.1 लाख लाभार्थियों को पीएम आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 2 हजार 691 करोड़ रुपए की साहायता राशि जारी करेंगे. इस सहायता में 5.30 लाख ऐसे लाभार्थी होंगे जिन्हें आर्थिक सहायता की पहली किस्त मिलेगी जबकि 80 हजार लाभार्थी ऐसे होंगे, जिन्हें दूसरी किस्त मिलेगी. इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये की सहयता सरकार के द्वारा दी जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने 2022 तक सभी को पक्का घर देने का लक्ष्य रखा है. पीएम मोदी सूबे के गांव वालों के साथ संवाद भी करेंगे, जो यूपी पंचायत चुनाव में बीजेपी के लिए सियासी तौर पर फायदा दिला सकता है. 

उत्तर प्रदेश के 75 जिला में कुल 59,163 ग्राम पंचायत हैं और जिला पंचायत सदस्य के 3200 पद हैं. हालांकि, परिसीमन के बाद कुछ सीटें घट या बढ़ सकती हैं. यूपी में ब्लाकों की संख्या  828 है. यूपी चुनाव आयोग सूबे के पंचायत चुनाव को मार्च में हर हाल में कराने की तैयारी में है. ऐसे में फरवरी के महीने में यूपी पंचायत चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो सकती है. माना जा रहा है कि इस बार पंचायतों के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे. यही वजह है कि बीजेपी गांव स्तर पर अपना संगठन मजबूत करने के लिए पंचायत चुनाव को लेकर काफी संजीदा है. 

यूपी सरकार की खास तैयारी

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सूबे की योगी सरकार और बीजेपी संगठन ने जिस तरह से गांव-गांव तैयारियां की है, उससे साफ जाहिर है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पीएम मोदी की बात को पहुंचाना है. माना जा रहा है कि मोदी 'प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण' की किस्त जारी करने के साथ-साथ गांव में विकास के लिए शुरू की गई योजनाओं का जिक्र भी कर सकते हैं. 

इन लोगों से पीएम मोदी का संवाद

पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लाभार्थी के साथ ही अयोध्या, बहराइच, बलरामपुर एवं चित्रकूट के लाभार्थियों से संवाद करेंगे. अयोध्या के ब्लॉक मसौधा की ग्राम पंचायत, मुमताज नगर की कुमकुम का चयन साल 2020-21 में किया गया है. कुमकुम का घर कच्चा और छप्पर का था, लेकिन अब दीवार का निर्माण हो रहा है. बलरामपुर के पुरैनाजाट गांव की सरिता देवी का नाम भी पीएम से संवाद की लिस्ट में शामिल है. ऐसे ही बहराइच की चित्तौरा ब्लॉक के अलीनगर,नगरौरा गांव के ललहा मजरा की निवासी रेशमा से भी प्रधानमंत्री बातचीत करेंगे. 

पंचायत चुनाव के मद्देनजर बड़ा दांव

यूपी में पंचायत चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पीएम आवास देना एक बड़ी सौगात माना जा रहा. यह कदम सूबे में होने वाले पंचायत चुनाव में बीजेपी को सियासी तौर पर फायदा दिला सकता है. दरअसल, इस बार के पंचायत चुनाव में बीजेपी अपने अधिकृत प्रत्याशियों के साथ लड़ने जा रही है. इसके लिए बीजेपी ने अपने नेताओं को जिम्मेदारी भी सौंप दी है, जो जिला स्तर पर बैठक कर गांव के सियासी मिजाज को समझने और मजबूत प्रत्याशियों की तलाश कर रहे हैं. ऐसे में पीएम आवास को लेकर प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम बेहद अहम माना जा रहा है. 

पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने प्रदेश में छह प्रभारी नियुक्त किए हैं. बीजेपी प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर पश्चिम यूपी क्षेत्र, गोविन्द नारायण शुक्ला को प्रदेश मुख्यालय, अश्वनी त्यागी को ब्रज, अमरपाल मौर्य को अवध, सुब्रत पाठक को काशी, अनूप गुप्ता को गोरखपुर, प्रियंका सिंह रावत को कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र की कमान संभाले हुए. ये स्थानीय स्तर पर राजनैतिक व सामाजिक स्थिति का आकलन करने के लगातार जिले स्तर पर समन्वय बैठक शुरू कर रहे हैं.

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का खतरा भी बीजेपी को पंचायत चुनाव में सता रहा है. ऐसे में किसान आंदोलन चुनाव को प्रभावित न कर सके, इसके लिए भी पार्टी ने बाकायदा रणनीति बनाई है. बीजेपी ने अपने जिला स्तर की समन्वय बैठक में खासकर पार्टी कार्यकर्ताओं को किसानों के हितों को ध्यान में रखकर लागू की गई योजनाओं से गांव के लोगों को अवगत कराने की भी रणनीति अपनाई है. साथ ही माना जा रहा है कि पीएम गांव वालों के संवाद करते हुए किसानों की मुद्दे पर भी अपनी बात रख सकते हैं. 

वहीं, पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश बीजेपी की ओर से जिला इकाइयों को निर्देश जारी किए गए हैं कि शहर में रहने वाले और जिला भाजपा इकाई के पदाधिकारी गांव में प्रवास करेंगे. साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र और सीएम योगी की यूपी सरकार की ओर से जनहित में संचालित की जा रही योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचाने की रणनीति भी बनाई गई है.   



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