लखनऊ 21 अक्टूबर 2020। आज मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री की अध्यक्षता में वर्चुअल ’राजभाषा कार्यशाला’ का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि ’तकनीकी क्षेत्रों में हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार किया जाए।
कार्यक्रम का आरम्भ करते हुए जनसम्पर्क अधिकारी श्री महेश गुप्ता ने राजभाषा कार्यशाला में उपस्थित मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक श्री शिशिर सोमवंशी/परिचालन, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/इन्फ्रा श्री संजय यादव एवं अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (प्रशासन) व अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री राघवेन्द्र कुमार तथा समस्त शाखाधिकारियों का स्वागत किया।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डल रेल प्रबन्धक महोदया ने कहा कि हर वर्ष 20 अक्टूबर को ’विश्व आस्टियोपोरोसिस दिवस’ मनाया जाता है। समाज में तेजी से बढ़ रहे।
’आस्टियोपोरोसिस रोग’ की दिनोंदिन बढ़ रही संख्याओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए, उनके रोकथाम और समुचित निदान की नितान्त आवश्यकता पर बल दिया तथा सभी आयु वर्ग के लोगो से इस समस्या पर पर्याप्त जागरूक रहने के लिए सुझाव दिया।
इस अवसर पर राजभाषा कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में मण्डल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 संजय श्रीवास्तव ने ’आस्टियोपोरोसिस रोग’ की रोकथाम एवं निदान, विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होने बताया कि असमय हड्यिों का कमजोर एवं भंगुर होने का तथा हडिडयों में दर्द इस रोग के शुरूआती लक्षण है। इस रोग के मुख्य कारण आराम तलब जीवन शैली, तनाव, धूम्रपान, एल्कोहल का अत्याधिक सेवन, कैफीन और कोला पदार्थो का अत्याधिक सेवन, कैल्शियम की कमी, भोजन विकार-पोषक तत्वों की कमी, पाचन तंत्र की कमजोरी आदि है। इसके अतिरिक्त व्यक्ति द्वारा मिर्गी के दौरों, गैस्ट्रिक, कैंसर, आदि रोगों के इलाज से संबंधित दवाइयों के नियमित सेवन तथा स्टेराॅयड का नियमित और अत्याधिक मात्रा में प्रयोग करने से महिला एवं पुरुषों को ’ऑस्टियोपोरोसिस फ्रैक्चर’ होने की संभावना बनी रहती है। हाल के दिनों में यह रोग चिंता का कारण बना हुआ है।
आस्टियोपोरोसिस रोग की पहचान के लिए (बोन मिनरल डेन्सिटी ;(B.M.D.) टेस्ट,एक्स-रे, डेक्सा स्कैन-रीढ़ और कूल्हे की हड्डियों में खनिज तत्वों की घनत्व की माप एवं एड़ी की हड्डी में घनत्व की माप, (QCT.) स्कैन- कमर और फोर आर्म की हड्डियों में घनत्व की माप, (QUS.) अल्ट्रासाउण्ड ध्वनि तंरगों के द्वारा एड़ी, टाँग की टिबिया हड्डी और उंगलियों में हड्डी की घनत्वता की माप) जाँचें कराई जाती है।
उन्होने ’आस्टियोपोरोसिस रोग’ से बचाव हेतु व्यक्ति को संतुलित आहार (कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन, खनिज तत्व एवं सूक्ष्म पोषक तत्व), कैल्शियम से भरपूर आहार पदार्थ जैसे- दूध एवं दूध से बने पदार्थ- दही, पनीर, छाछ, मठ्ठा, आइस क्रीम आदि, हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे गोभी, पालक, बादाम, माँसाहारी पदार्थ विशेषकर मछली आदि, विटामिन डी से भरपूर पदार्थ जैसे कि अंडे, मछलियाँ, जिगर या विटामिन डी से युक्त डेरी पदार्थ का प्रयोग करने का सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त उन्होने नियमित व्ययाम एवं तनाव रहित व नशा मुक्त जीवन शैली अपनाने पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम के अन्त में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (प्रशासन) व अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री राघवेन्द्र कुमार ने वर्चुअल संगोष्ठी में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद दियाv
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