गंगा यात्रा को दूसरे दिन महावीर घाट से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
दर्जन भर प्रधान/प्रतिनिधि रहे साथ, समस्याओं संग समाधान पर चर्चा
बलिया: तीन दिवसीय गंगा यात्रा के दूसरे दिन शनिवार को महावीर घाट से यात्रा आगे बढ़ी। संसदीय कार्य एवं ग्राम्य विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ में गंगा किनारे की दर्जन भर पंचायतों के प्रधान या उनके प्रतिनिधि भी थे, जिन्होंने अपने-अपने अहम सुझाव दिए। यात्रा के दौरान सभी ने गंगा की निर्मलता के बीच आने वाली बाधाओं पर चर्चा की।
राज्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल और नदियों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने रुचि लेकर इस दिशा में सकारात्मक पहल शुरू की। उन्होंने कहा कि शुद्ध जल हमारे जीवन के लिए सबसे जरूरी है। गंगा के आशीर्वाद से बलिया को शुद्ध जल मिलना भी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि गंगा में गिरने वाले गंदे नालों के जल के लिए कोई खास योजना बनाकर रोकने की पहल की जाए। सिंचाई व जल निगम इस कार्य में लग जाएं। जीवनदायिनी गंगा को साफ करने जैसे पुनीत कार्य में किनारे की ग्राम पंचायत स्तर से समस्त ग्राम प्रधान भी भागीदार बनें।
हैबतपुर के पास कटान की समस्या पर गम्भीर होने की जरूरत
राज्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आवश्यकता को देखते हुए भड़सर से भरसौता तक बंधा बनाने की जरूरत है। बाढ़ विभाग के अधिकारी इसके लिए सर्वे कराने का कार्य शुरू कर दें। यह भी कहा कि हैबतपुर को भी कटान से बचाने की पहल अभी से शुरू करनी होगी, वरना बाद में शहर पर खतरा आ जाएगा। इसके लिए भी अधिकारियों को गंभीर हो जाने की जरूरत है।
हर गांव में हो तीन-तीन समूह का गठन
राज्यमंत्री ने डीडीओ को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक उन्नति व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालन पर विशेष नजर रखें। हर गांव में कम से कम तीन समूह के गठन का निर्देश दिया।
नाली का पानी व कूड़ा-कचरा गंगा किनारे नहीं आए
यात्रा के दौरान जिलाधिकारी एसपी शाही ने सभी प्रधान गण से चर्चा के दौरान कहा कि गांव के गंदे पानी को गंगा में नहीं गिरने जाए। इसके लिए गांव की ऊंची जगह पर सोख्ता बनाया जाए। वह जगह ऐसी हो जो भारी बारिश में भी पानी में डूबे नहीं। यह भी ध्यान दें कि नदी के किनारे कूड़ा-कचड़ा नहीं जाए। उसे गांव में ही कहीं गड्ढा खोदकर निस्तारण किया जाए। गंगा किनारे खुले में शौच की समस्या देखी जा रही है, जिसे हरहाल में रोकने की जरूरत है। यह ग्राम पंचायत के सहयोग से सम्भव है। बच्चों को इस जागरूकता और निगरानी कार्य में लगाएं तो काफी कारगर होगा।
हर गांव में हैं कुंएं, बस जीवंत करने की जरूरत
जिलाधिकारी ने समस्त प्रधान गण से कहा कि हर गांव में कुएं मौजूद है, पर दुर्भाग्य से उनकी हालत ठीक नहीं है। आज अगर एक नया कुंवा खुदवाया जाए तो 20 से 25 लाख लागत आएगी, और गांव में उपलब्ध है तो उसकी उपयोगिता नहीं समझते हैं। गांव के लोग कचरा आदि डालकर उसे भर रहे हैं। यह ठीक नहीं है। अगर शुद्ध जल चाहिए तो हमें कुंओं व प्राकृतिक स्रोतों को जीवंत रखना होगा।
बचे कार्यकाल में अच्छा करने का संकल्प लें
सीडीओ विपिन जैन ने समस्त ग्राम प्रधान से अपील की कि इन बचे कार्यकाल में कुछ अच्छा कर देने का संकल्प लें। इन्हीं दिनों में बढ़िया से बढ़िया संरचना बना दें जो हमेशा के लिए यादगार बन जाए। कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र के युवा मंडलों ने भी जागरूकता सम्बन्धी क्रियाकलापों में अहम भूमिका निभाई। दूसरे दिन डीएफओ श्रद्धा, एसडीएम सदर राजेश यादव, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, उप निदेशक कृषि इंद्राज, नेहरू युवा समन्वयक अतुल शर्मा, भूगोलविद गणेश पाठक, शिवकुमार कौशिकेय आदि थे।
दुबेछपरा में हुआ यात्रा का ठहराव
बलिया: गंगा यात्रा के दूसरे दिन का ठहराव दुबेछपरा गोपालपुर में हुआ। इस अवसर पर गोपालपुर मठिया के गंगा चबूतरा पर लगी चौपाल में विधायक सुरेंद्र सिंह ने गंगा की निर्मलता बनाए रखने के सम्बंध में लोगों को जागरूक किया। साथ ही राजस्व व विकास कार्यों के सम्बंध में गांव वालों से चर्चा भी हुई। खास तौर पर हर घर शौचालय होने और उसके प्रयोग पर विशेष बल दिया गया। तालाब, कुंओं को भी बचाने की अपील की गई।
विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गंगा को साफ रखने के लिए व्यक्ति को व्यवहार में परिवर्तन लाना जरूरी है। सुझाव दिया कि गांव को स्वर्ग बनाना है तो गड्ढों को खुदवाकर सुन्दरीकरण कराया जाए। इसके लिए अभियान चला जाए। गंगा किनारे के गांव में लोगों को इकट्ठा कर संकल्प दिलवाया जाए। भौगोलिक परीक्षण के साथ जन-जन में जागरूकता लाना भी जरूरी है। जिलाधिकारी ने सभी सुझाव पर गम्भीरता से अमल कराने की बात कही।
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