स्वस्थ जीवन चाहिए तो ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना ही होगा : आनंद स्वरूप शुक्ल


गंगा यात्रा के दूसरे दिन गंगापुर में हुई कृषि गोष्ठी


बलिया: गंगा यात्रा कार्यक्रम के अंतर्गत ही गंगापुर में कृषि विभाग की ओर से गोष्ठी आयोजित हुई, जिसमें ऑर्गेनिक खेती करने वाले समूह के सदस्य भी थे। वहां मौजूद किसानों को जैविक खेती योजना और उसके लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया।


गोष्ठी में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि पैदावार बढ़ाने की होड़ में हमने भूमि का खूब क्षरण किया। लेकिन, पीएम मोदी जी का आभार, जिन्होंने मृदा परीक्षण व्यवस्था की शुरुआत की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों में कृषि विज्ञान केंद्र खोलने की सकारात्मक पहल की। इन सबका उद्देश्य यही है कि लोगों को अंधाधुंध रसायनिक उर्वरक का प्रयोग करने से बचाया जा सके। इसका अत्यधिक उपयोग हमारे लिए खतरा है। बारिश में खेतों से रसायनिक उर्वरक फैलकर खेतों से तालाब-नदियों तक जाते हैं, जो जल प्रदूषण का बड़ा कारण बनता है। मानव जीवन के स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना ही होगा। कृषि विभाग के साथ प्रबुद्ध लोगों से भी आवाहन किया कि जैविक खेती के प्रति किसानों को प्रेरित करते रहें।


जिलाधिकारी ने कहा कि समूह में खेती करने का उद्देश्य यही है कि उनकी पैदावार इकट्ठी होकर उचित मूल्य पर विक्री हो सके। सीडीओ विपिन जैन ने भी समेकित रूप से ऑर्गेनिक खेती और फिर बाजार से लिंक कर किसानों की आय में वृद्धि पर बल दिया। अंत में सभी ने गंगा किनारे पौधरोपण भी किया। भूगोलविद गणेश पाठक ने भी जैविक खेती के सम्बंध में अहम सुझाव दिए। 


किसानों ने भी माना, जैविक खेती से पैदावार संग स्वाद भी बेहतर


जिलाधिकारी ने समूह के सदस्यों से बातचीत कर जैविक खेती से संबंधित फीडबैक लिया। सदस्यों ने भी माना कि रासायनिक खाद के अपेक्षा जैविक खाद के प्रयोग से डेढ़ गुना ज्यादा फसल उत्पादन हो रहा है। वहीं, पैदा हुई खाद्य सामग्री का स्वाद भी बेहतर आ रहा है। किसानों ने जैविक खेती के बीच आने वाली बाधाओं और उसके निदान से जुड़ी बातें बताई। गोष्ठी में डीएफओ श्रद्धा, एसडीएम सदर राजेश यादव, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, उप निदेशक कृषि इंद्राज, भूगोलविद गणेश पाठक, शिवकुमार कौशिकेय के अलावा क्षेत्रीय लोग थे।


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