बलिया : प्रेमचंद की मशहूर कहानी सवा सेर गेहूं का मंचन देख दर्शकों की आंखें हो गईं नम
बलिया। जमींदार के दरवाजे पर तड़प कर मर गया शंकर। बाप मर गया तो बेटा चुकाएगा सूद। सवा सेर गेहूं का सूद बढ़कर हुआ पांच मन। प्रेमचंद की मशहूर कहानी सवा सेर गेहूं का मंचन देख दर्शकों की आंखें नम हो गईं। नाटक के अंतिम दृश्य ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया जब सूद के बदले जमींदार के दरवाजे पर शंकर तड़प कर …