श्री पंकज चौधरी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ, अनुभवी और अनुशासित नेताओं में गिने जाते हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनका नाम आज एक ऐसे नेतृत्व के रूप में उभर कर सामने आया है, जिस पर संगठन और नेतृत्व दोनों का भरोसा है। 14 दिसंबर 2025 को वे भाजपा उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष बने। यह जिम्मेदारी उन्हें ऐसे समय में मिली है, जब पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों की व्यापक तैयारी और रणनीति में जुटी हुई है। उनके चयन को संगठनात्मक मजबूती, सामाजिक संतुलन और राजनीतिक अनुभव के समन्वय के रूप में देखा जा रहा है।
पंकज चौधरी का जन्म 20 नवंबर 1964 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में हुआ। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक (बी.ए.) की शिक्षा प्राप्त की। उनका पारिवारिक परिवेश सामाजिक और राजनीतिक चेतना से जुड़ा रहा है। उनकी माता स्वर्गीय उज्जवल चौधरी महाराजगंज की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी थीं, जिससे उन्हें जनसेवा, प्रशासन और संगठन की समझ बचपन से ही मिली। यही कारण है कि वे राजनीति को केवल सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा का रास्ता मानते हैं।
उनका राजनीतिक सफर स्थानीय स्तर से शुरू होकर राष्ट्रीय राजनीति तक पहुंचा। उन्होंने गोरखपुर नगर निगम में पार्षद के रूप में राजनीति में कदम रखा। वर्ष 1989 से 1991 तक वे नगर निगम सदस्य रहे और इसी दौरान उप महापौर की जिम्मेदारी भी निभाई। स्थानीय निकायों में काम करते हुए उन्होंने आम नागरिकों की समस्याओं को नजदीक से समझा और जमीनी राजनीति का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया, जिसने आगे चलकर उनके नेतृत्व को मजबूत आधार दिया।
वर्ष 1991 में पंकज चौधरी ने महराजगंज लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया। इसके बाद उन्होंने 1996, 1998, 2004, 2014, 2019 और 2024 में लगातार चुनाव जीतते हुए कुल सात बार लोकसभा में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। लगातार सात बार सांसद चुना जाना यह दर्शाता है कि उन्हें अपने क्षेत्र की जनता का स्थायी विश्वास और समर्थन प्राप्त रहा है। वे उत्तर प्रदेश के उन गिने-चुने नेताओं में शामिल हैं, जिनका जनाधार वर्षों से मजबूत बना हुआ है।
वर्ष 2021 में केंद्र सरकार के कैबिनेट विस्तार के दौरान उन्हें केंद्रीय वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया। यह दायित्व उनके प्रशासनिक कौशल और पार्टी नेतृत्व के भरोसे को दर्शाता है। केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने आर्थिक नीतियों, विकास योजनाओं और वित्तीय मामलों में जिम्मेदारीपूर्वक भूमिका निभाई तथा सरकार की योजनाओं को जनहित से जोड़ने का प्रयास किया।
भाजपा उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनना पंकज चौधरी के राजनीतिक जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उनके चयन के पीछे पार्टी की स्पष्ट रणनीति मानी जा रही है। वे कुर्मी समाज से आते हैं, जो उत्तर प्रदेश में गैर-यादव ओबीसी वर्ग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके साथ ही वे पूर्वांचल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो भाजपा का मजबूत राजनीतिक आधार माना जाता है। संगठन के भीतर उनकी पहचान एक अनुशासित, संतुलित और कम विवादित नेता के रूप में रही है, जो विभिन्न वर्गों और नेताओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता रखते हैं।
पंकज चौधरी का पारिवारिक जीवन सादा और संस्कारों से जुड़ा माना जाता है। वे निजी जीवन में सरलता और सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता के पक्षधर हैं। उनकी संपत्ति का विवरण समय-समय पर चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथपत्रों के माध्यम से सार्वजनिक होता रहा है। वे एक साधारण जीवनशैली अपनाने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं और जवाबदेही तथा ईमानदारी को राजनीति का आधार मानते हैं।
लगातार सात बार लोकसभा चुनाव जीतना उनके मजबूत जनसंपर्क, कार्यशैली और जनता के बीच भरोसे का प्रमाण है। महराजगंज क्षेत्र में उनकी पहचान एक ऐसे सांसद के रूप में रही है, जो जनता के बीच सहज रूप से उपलब्ध रहते हैं और क्षेत्र की समस्याओं को प्रभावी ढंग से संसद और सरकार तक पहुंचाते हैं।
कुल मिलाकर, श्री पंकज चौधरी का भाजपा उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनना केवल एक पद प्राप्ति नहीं, बल्कि पार्टी की भविष्य की राजनीति, सामाजिक संतुलन और संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक है। पार्षद से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक का उनका सफर संघर्ष, समर्पण और संगठन के प्रति निष्ठा की एक सशक्त मिसाल है, जो उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक भरोसेमंद और प्रभावी नेतृत्व के रूप में स्थापित करता है।
परिवर्तन चक्र समाचार सेवा


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