बलिया। स्वतंत्रता दिवस की 79वीं वर्षगांठ पर कलेक्ट्रेट परिसर देशभक्ति के नारों से गूंज उठा। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाया गया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि सन 1947 में मिली आजादी हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीर शहीदों के त्याग व बलिदान का परिणाम है। लगभग 200 वर्षों तक ब्रिटिश शासन का सामना करते हुए हमारे वीर सपूतों ने अपने प्राण न्यौछावर किए और देश को स्वतंत्र कराया। उन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में बलिया की गौरवशाली भूमिका का भी स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है। विष्णु पुराण में भी भारतवर्ष का उल्लेख मिलता है। हमारा तिरंगा भी हमारी गौरवशाली संस्कृति का प्रतीक है—केसरिया साहस का, सफेद शांति व सद्भाव का, हरा विकास का और बीच का अशोक चक्र निरंतर प्रगति का संदेश देता है।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर सीआरओ त्रिभुवन सिंह, एडीएम अनिल कुमार गुप्ता, सिटी मजिस्ट्रेट आसाराम शर्मा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामविचार पाण्डेय, सेनानियों के परिजन, अधिकारी-कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे।
0 Comments