वाराणसी। समाजिक चेतना और सरोकार की बढ़ती श्रृंखला में एक कार्यक्रम है-सामूहिक विवाह का। दहेज़ विरोधी समस्या और ख़र्चीली शादियों के सशक्त विकल्प के तौर पर उभरे 'सामूहिक विवाह' जैसे कार्यक्रम सामाजिक चेतना की नज़ीर पेश कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक वृहद् सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन 01 मई 2025 को विश्वविख़्यात अघोरपीठ, 'बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुंड', के तत्त्वाधान में किया जा रहा है। पूरी दुनिया में अघोर परंपरा के सर्वमान्य आचार्य और 'बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुण्ड' के वर्तमान पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराजश्री बाबा सिद्धार्थ गौतम राम के 'अवतरण दिवस' पर और उनकी अध्यक्षता और मार्गदर्शन में आयोजित होने वाला ये कार्यक्रम कई मायनों में अनूठा है। अग्रणी सामाजिक संस्था 'अघोराचार्य बाबा कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान' के सौजन्य से होने वाले इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थान के 'व्यवस्थापक मण्डल' ने बताया कि "हमारी संस्था समाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर गंभीर है और इस दिशा में हम अनेकों सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करती है ताकि हम लोग ज़्यादा-से-ज़्यादा ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँच सकें। ये 'सामूहिक विवाह कार्यक्रम' भी हमारी इसी कोशिश का हिस्सा है एवं उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ में हमारी संस्था से जुड़े सदस्यों के सहयोग से हम लोग ज़रूरतमंद परिवार तक पहुँचने में सफ़ल रहे"।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए 'व्यवस्थापक मण्डल' ने कहा कि "संस्था के माध्यम से हम लोग सेवा को प्राथमिकता देते हैं और हमारी कोशिश रहती है कि ऐसे कार्यक्रमों के ज़रिये हम ज़रुरतमंद लोगों तक हाथ बढ़ा सकें"। कार्य्रकम की तैयारी के बारे में ब्योरा देते हुए 'व्यवस्थापक मण्डल' ने बताया कि "हमारी संस्था इस कार्यक्रम में वर तथा वधू पक्ष को घरेलु माहौल में अपनत्व देने की कोशिश देने के साथ ही इस 'सामूहिक विवाह कार्यक्रम' में सभी ज़रूरी साधनों को बेहतर स्तर पर मुहैया कराने के साथ ही वर-वधू पक्ष की ख़ुशियों में ही ख़ुशी ढूंढने का प्रयास कर रही है और संस्था का ये प्रयास है कि, संस्था, वैवाहिक कार्यक्रम के हर स्तर पर वर-वधू के माता-पिता के सहयोगी बने और उन्हें चिंतामुक्त और प्रसन्न रखे"। वर-वधू को प्रदान की जाने वाली सभी व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में व्यवस्थापक मण्डल ने बताया कि "एक शादी के लिए आवश्यक सभी ज़रुरतों को संस्था की तरफ़ से उपलब्ध कराया जा रहा है । यहां तक कि वर-वधू पक्ष की आर्थिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए वर-वधू पक्ष के आने-जाने का ख़र्चा, बेहतर आवासीय व खानपान व्यवस्था के साथ ख़ूबसूरत पंडाल और साजसज्जा की भी व्यवस्था की गयी है ताकि किसी भी क़िस्म के अभाव की भावना न पैदा हो"। 'व्यवस्थापक मण्डल' ने उम्मीद जताई कि *"ये कार्यक्रम सामाजिक सरोकार रखने वालो के लिए प्रेरणादायक साबित होगा और आने वाले दिनों में हमारी संस्था इस तरह के कई अन्य कार्यक्रमों को कराने और सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर अनेकों लोगों को अपने साथ जोड़ने में सफ़ल रहेगी"
*संजय सिंह* मीडिया प्रभारी 'बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुण्ड' रविन्द्रपुरी, वाराणसी मो0-98894 88163
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