परिवर्तिनी एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। यह व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। परिवर्तिनी एकादशी को जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं। इस एकादशी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत शनिवार 14 सितंबर 2024 को रखा जाएगा। वहीं अगले दिन यानी 15 सितंबर को व्रत का पारण किया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, परिवर्तिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान :-
अन्न का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर चावल, गेहूं, दालें आदि अन्न का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है।
जल का दान : जल और अन्न के दान को सबसे बड़ा दान माना जाता है। मान्यता के अनुसार, जल दान करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए एकादशी पर जल का दान अच्छा माना जाता है।
वस्त्रों का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर कपड़ों का दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन पीले वस्त्र और कंबल आदि का भी दान करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
धन का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर अपनी क्षमता के अनुसार किसी जरूरतमंद को धन का दान भी जरूर करना चाहिए।
फलों का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर फलों जैसे केला, सेब, संतरा आदि का दान करना चाहिए। इस दिन फलों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
मिठाई का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर मिठाई जैसे मोतीचूर लड्डू, पेड़ा आदि का भी दान करना बहुत अच्छा माना जाता है। इसलिए इस दिन मिठाई का भी दान करना चाहिए।
तुलसी के पौधे का दान : परिवर्तिनी एकादशी पर तुलसी का पौधा दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
किताबों का दान : परिवर्तिनी एकादशी के दिन धार्मिक ग्रंथों या किताबों का दान करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन अगर संभव हो तो धार्मिक किताबों का दान जरूर करें। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
साभार - LIVE VNS
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