बलिया : नि : शूल्क शिक्षा- चार सालों से छात्रों को योगी सरकार ने नहीं दिया 20,000 छात्रवृत्ति


-प्रति विद्यालय भी 18,000 रुपये बकाया

-1800 निजी विद्यालयों में तीन सालों से नहीं भरा गया एक भी आवेदन

-छात्र व अभिभावकों को ऑफलाइन आवेदन करने की दी जाए छूट

-वार्ड और ग्राम पंचायत का नियम न होने के बाद भी जनपद में लागू है नियम

बलिया। जनपद में गरीबों को दी जाने वाली नि: शुल्क शिक्षा दम तोड़ रही है। प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले चार सालों में छात्रों को दी जाने वाली प्रति छात्र छात्रवृत्ति ₹5000 भुगतान नहीं किया है। इतना ही नहीं विद्यालयों की फीस प्रतिपूर्ति प्रतिवर्ष  ₹4500 का भी भुगतान नहीं हुआ है। इस भ्रष्टाचार को लेकर पिछले छह फरवरी से वरिष्ठ अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता मनोज राय हंस ने शहीद चौक में क्रमिक अनशन जारी रखा है। क्रमिक अनशन के मध्य पीड़ित अभिभावकों/महिलाओं ने विभाग एवं जिला प्रशासन को जगाने के लिए शहीद चौक से बीएसए की शव यात्रा निकालकर उनके दफ्तर में जलाने का भी काम किया। बावजूद अभी तक बेसिक शिक्षा विभाग इस मसले पर कोई भी रणनीति तय नहीं कर पाया और न ही अब तक समस्या का समाधान हुआ है।

जनपद के 1800 निजी विद्यालयों में ऑनलाइन आवेदन भरने की छूट देने एवं वार्ड और ग्राम पंचायत का नियम खत्म करने को लेकर शुक्रवार को भी शहीद चौक में चल रहे क्रमिक अनशन के चौथे दिन सहभागिता की। 

इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता मनोज राय हंस ने बताया कि जिन 1800 विद्यालयों में अभी तक एक भी फार्म नहीं भरा गया है। इन विद्यालयों में हजारों की संख्या में अभिभावक बेसिक शिक्षा विभाग से लेकर जिले के आला अफसरों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए अब लगातार क्रमिक अनशन जारी है। "हंस" का यह भी आरोप है कि निजी विद्यालयों से मोटी रकम लेकर गरीब बच्चों का दाखिला नहीं होने दिया जा रहा है और विभाग इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। जब तक इन अभिभावकों को न्याय नहीं मिल जाता आंदोलन जारी रहेगा।

आरटीआई कार्यकर्ता मनोज राय हंस के नेतृत्व में क्रमिक अनशन पर बैठने वालों में मुख्य रूप से अधिकार सेना युवा दल के प्रदेश महासचिव रितेश पांडेय, अधिकार सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील सिंह, कोषाध्यक्ष प्रशांत दुबे अमरनाथ उपाध्याय, सत्येंद्र कुमार गौतम, अजय कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, शैलेश ठाकुर, हरे कृष्ण प्रजापति, बबलू वर्मा, रानी देवी, रीना देवी, दुर्गा देवी, मीना देवी, लीला, रुचि, सरोज देवी, मीना देवी, लक्ष्मी देवी, शीला देवी, किरण देवी आदि शामिल रहीं।



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