गंगा नदी के संरक्षण के लिए सर्व समाज के साथ साथ युवाओं को आगे आना होगा : शलभ उपाध्याय


बलिया। नेहरू युवा केंद्र बलिया के तत्वावधान में नमामि गंगे कार्यक्रम में युवाओं की सहभागिता परियोजना के अन्तर्गत गंगा दूतों का दो दिवसीय प्रशिक्षण सोहाव विकासखंड स्थित कैरियर शिक्षण संस्थान लक्ष्मणपुर में प्रारम्भ हुआ।

प्रथम दिन के प्रशिक्षण की शुरुआत  मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर मुख्य अतिथि नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी शलभ उपाध्याय ने किया।

उपस्थित गंगा दूतो को संबोधित करते हुए शलभ उपाध्याय  ने कहा कि गंगा नदी उत्तर भारत के मैदानी इलाकों की विशाल नदी है। गंगा भारत और बांग्लादेश में मिलकर 2,510 किलोमीटर की दूरी तय करती है। उत्तरांचल में हिमालय से निकलकर यह भारत के लगभग एक-चौथाई भू-क्षेत्र से प्रवाहित होती हुई बंगाल की खाड़ी में मिलती है। गंगा नदी को उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था का मेरुदण्ड भी कहा गया है।

लेकिन वर्तमान परिवेश में गंगा नदी अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। गंगा नदी के संरक्षण के लिए सर्व समाज के साथ साथ विशेष रूप से युवाओं को आगे आना होगा।

जिला प्रशिक्षक  कुमार अभिषेक व नंदनी सिंह ने उपस्थित गंगा दूतों को विस्तार से प्रशिक्षित कर उनसे गंगा नदी को प्रदूषित नहीं करने की अपील की। इस मौके पर प्रमुख रूप से वर्धन पाठक, ओमकार सिंह, दुर्गेश राय, इंद्रजीत, चंदन, सोनू, आकाश, जितेंद्र, विशाल, कृष्णा, अमरजीत के साथ-साथ  सोहाव विकासखंड के विभिन्न के युवा मंडलों के सदस्य मौजूद रहे। संचालन कार्तिक राय ने किया।



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