लक्ष्मी जी की पूजा में कभी न करें इस एक चीज का प्रयोग, शुरू हो जाएंगे बुरे दिन


धन की देवी लक्ष्मी की हर दिन विधि विधान से पूजा करने पर पैसों की कोई कमी नहीं रहती, लेकिन लक्ष्मी जी की पूजा में कुछ नियमों का पालन करना आवश्य है नहीं तो धनवान भी कंगाल हो जाता है.

मां लक्ष्मी की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्जित है. भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप का तुलसी से विवाह हुआ था, मान्यता है कि देवी लक्ष्मी का तुलसी से बैर है. धन की देवी की पूजा में तुलसी या मंजरी का उपयोग करने पर वह नाराज हो सकती है. जातक के बुरे दिन शुरु हो सकते हैं.

देवी लक्ष्मी को लाल पुष्प अति प्रिय है. मां लक्ष्मी का पूजन सिर्फ लाल रंग के फूलों से ही करें. गलती से भी कभी सफेद रंग के पुष्प या कोई भी सफेद वस्तु न चढ़ाएं, इससे देवी रूष्ट हो सकती है.

महालक्ष्मी की आराधना भगवान विष्णु की पूजा के बिना अधूरी मानी जाती है. शुक्रवार व्रत या किसी भी दिन गणेश वंदना के बाद लक्ष्मी-नारायण का पूजन करें.

लक्ष्मी जी ऐसी तस्वीर का पूजन न करें जिसमें वह उनके वाहन उल्लू पर सवार हो. कहते हैं इस रूप के पूजन से धन आगमन के रास्ते बंद हो जाते हैं और धन हानि होती है. गृहस्थ लोगों के लिए बैठी हुई लक्ष्मी जी की मूर्ति या तस्वीर शुभ मानी जाती है. ऐसी प्रतिमा संपन्नता का प्रतीक होती है.

लक्ष्मी पूजा में दीपक में लाल रंग की बत्ती लगाएं. साथ ही दीपक को मां लक्ष्मी की तस्वीर के दाईं ओर रखें. मान्यता है कि भगवान विष्णु अग्नि और प्रकाश का प्रतीक माने जाते हैं. देवी लक्ष्मी के पति होने के नाते वह हमेशा उनके दाईं ओर बैठते हैं.

साभार- एबीपी न्यूज़




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