कहा जाता है कि सावन के महीने में शिवजी की आराधना सच्चे मन से करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
सावन का जितना धार्मिक महत्व होता है। उतना ही सावन का ज्योतिषीय महत्व भी होता है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपाय किए जाते हैं। इन उपायों में कुछ तंत्र-मंत्र होते हैं तो कुछ ज्योतिषीय उपाय होते है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार सावन की महीने में यदि कुछ खास चीजें लाई जाए तो इससे शुभ फल जरुर प्राप्त होता है। साथ ही दुर्भाग्य भी दूर हो जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके सावन मास में घर लाने से शुभ फल मिलते हैं।
पारद शिवलिंग : शिवपुराण के अनुसार करोड़ों शिवलिंग की पूजा करने से जो फल प्राप्त होता है उतना ही फल पारद शिवलिंग की पूजा और दर्शन करने से मिलता है। वहीं लिंग पुराण में भी पारद शिवलिंग का काफी महत्व बताया गया है। माना जाता है कि जिस घर में पारद शिवलिंग की पूजा हर रोज की जाती है, वहां सभी तरह की समस्याएं जैसे पितृ दोष, कालसर्प दोष, वास्तु दोष आदि समाप्त हो जाते हैं। वहीं सावन के महीने में पारद शिवलिंग की स्थापना घर में करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
एक मुखी रुद्राक्ष : धर्म ग्रंथों के मुताबिक रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। साथ ही भगवान शिव इसे आभूषणों के रूप में भी ग्रहण करते हैं। शिवपुराण में भी रुद्राक्ष से जुड़ी हुई कुछ खास बातें बताई गई है। उसी के अनुसार 1 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। जो भी व्यक्ति इसे गले में धारण करता है। उस पर मां लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं। सावन की महीने में एक मुखी रुद्राक्ष या तो गले मे धारण करना चाहिए या फिर पूजा के स्थान पर रखकर इसकी रोज पूजा करनी चाहिए।
महामृत्युंजय मंत्र : धर्म ग्रंथों के मुताबिक महामृत्युंजय मंत्र की रचना मार्कण्डेय ऋषि ने की थी। इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि मरते हुए व्यक्ति को भी जीवनदान दे सकता है। इसी मंत्र शक्ति को यंत्र के रूप में संग्रहित कर महामृत्युंजय यंत्र की रचना की गई थी। सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र को घर लाएं और इसकी स्थापना घर में करें। साथ ही रोज इसकी पूजा करने से हर परेशानी से बचा जा सकता है।
चांदी का शिवलिंग : सावन के पवित्र महीने में चांदी से निर्मित शिवलिंग घर लेकर आएं और इसकी विधि-विधान से स्थापना अपने पूजा स्थान में करें। इससे आपको धन लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही शिवलिंग की रोज पूजा करें। चांदी को देवी लक्ष्मी से संबंधित माना जाता है। चांदी के शिवलिंग की पूजा करने से गरीब भी अमीर बन जाता है।
गर्भ गौरी रुद्राक्ष : यह एक विशेष प्रकार का रुद्राक्ष होता है जो कि दो होते हुए भी एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां चल रही हों या फिर संतान प्राप्ति नहीं हो रही हो उन्हें ये रुद्राक्ष सावन के महीने में घर लाकर अपने पूजा स्थान पर रखना चाहिए। साथ ही रोज इसकी पूरी श्रद्धा से पूजा करनी चाहिए। इससे सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
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