भीषण सड़क हादसा : ट्रेलर-कार भिड़ंत में 3 महिलाओं सहित 4 की मौत, मचा कोहराम



जयपुर में दर्दनाक सड़क हादसा : जयपुर जिले के रेनवाल थाना इलाके में हुये दिल को दहला देने वाले सड़क हादसे में कार सवार एक ही कुनबे की तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई. इनमें एक दंपति शामिल है. हादसा मृतकों के घर से आठ किलोमीटर पहले हुआ था. हादसे की भीषणता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ट्रेलर से टक्कर के बाद कार का इंजन बाहर निकलकर दूर जा गिरा.

जयपुर. राजस्थान के जयपुर जिले में हुये भीषण सड़क हादसे में एक दंपति समेत चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मृतकों में शामिल दो अन्य महिलायें भी उनकी रिश्तेदार थी. ये लोग वैद्य से दवा लेकर घर लौट रहे थे कि घर से महज आठ किलोमीटर पहले उनकी कार की सामने से आ रहे एक ट्रेलर से भिड़ंत हो गई. हादसे में चारों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के सूचना से मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया. हादसा इतना भीषण था कि कार कबाड़ में बदल गई और उसका इंजन निकल दूर जा गिरा. पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.

दूदू एएसपी दूदू दिनेश शर्मा ने बताया कि रविवार को दोपहर करीब 3 बजे कार सवार पांच जने अजमेर के किशनगढ़ से वैद्य से दवाएं लेकर अपने गांव लौट रहे थे. इसी दौरान चौमूं-रेनवाल राजमार्ग पर हरसोली मोड़ के पास अचानक उनकी कार की सामने से आ रहे एक ट्रेलर से जबर्दस्त भिड़ंत हो गई. हादसे में विमलेश कुमार यादव (32) व उसकी पत्नी सुशीला (30) के अलावा उनकी रिश्तेदार गीता देवी यादव (42) पत्नी रामस्वरूप और रमकी देवी (70) पत्नी कजोड़ यादव की मौत हो गई. रामस्वरूप यादव गंभीर रूप से घायल हो गया.

दंपति के हैं दो बच्चे

रेनवाल थानाप्रभारी उमराव सिंह ने बताया कि हादसे के बाद कार कबाड़ में तब्दील हो गई. शव उसमें फंस गये. उन्हें कड़ी मशक्कत करके बाहर निकाला गया. विमलेश व सुशीला रेनवाल इलाके के झालरा-मोहनपुरा और गीता व रमकी देवी गोविंदगढ़ इलाके के मंढा-भिंडा के रहने वाले थे. घायल रामस्वरूप यादव को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार देकर जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया. परिजनों ने बताया कि विमलेश दिल्ली पुलिस में कार्यरत था. हादसा जिस स्थान पर वहां से महज करीब 8 किलोमीटर दूरी पर ही उनका गांव है. विमलेश के 13 साल का बेटा और 11 साल की बेटी है. दोनों किशनगढ़ रेनवाल के निजी स्कूल में कक्षा 7 में पढ़ रहे हैं.

दो दिन पहले लौटा था विमलेश

विमलेश के पिता बंशीधर यादव ने बताया कि 13 वर्ष पूर्व दिल्ली पुलिस में उसकी नौकरी लगी थी. हादसे से ठीक पहले उसकी बेटे विमलेश से बात हुई थी कि वह जोबनेर पहुंच गया है. उसके बाद हादसे का समाचार मिला. विमलेश शुक्रवार रात को ही दिल्ली से गांव आया था. हादसे की सूचना पर चौमूं विधायक रामलाल शर्मा भी रेनवाल अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया.





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