द्रौपदी मुर्मू सोमवार को लेंगी राष्ट्रपति पद की शपथ, 21 तोपों की दी जाएगी सलामी, जानें क्या है पूरी प्रक्रिया


संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन पर वह राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें 'इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर' दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा।

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी और उसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि समारोह कल सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। गृह मंत्रालय ने कहा कि इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके बाद राष्ट्रपति का संबोधन होगा।

समारोह से पहले निवर्तमान राष्ट्रपति और निर्वाचित राष्ट्रपति संसद पहुंचेंगे। उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल होंगे।

इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा

संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन पर राष्ट्रपति 'राष्ट्रपति भवन' के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें एक 'इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर' दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा। मुर्मू (64) ने गुरुवार को विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर इतिहास रच दिया।

आजादी के बाद पैदा होने वाली होंगी पहली राष्ट्रपति

मुर्मू ने निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वैध वोट हासिल किए और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता। वह देश की 15वीं राष्ट्रपति बनेंगी। मुर्मू को सिन्हा के 3,80,177 वोटों के मुकाबले 6,76,803 वोट मिले। वह आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति होंगी। वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं।





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