हनुमान जन्मोत्सव सभी के लिए एक खास दिन के रूप में आता है। सभी भक्ति भाव से इस दिन उत्सव मनाते है।
हनुमान जयंती बल और बुद्धि के दाता बजरंगबली का जन्मदिवस है। इस शुभ दिन मंदिर जाकर हनुमानजी के दर्शन करना चाहिए। केसरी नंदन की उपासना और पूजा से बुद्धि और विवेक मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन कुछ विशेष उपाय कर मंगल दोष को दूर किया जा सकता है।
मंगल दोष के उपाय :
हनुमान जन्मोत्सव के दिन व्रत रखें। घर में या मंदिर जाकर हनुमानजी की पूजा करें। हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें। पूजन के दौरान ऊं हं हनुमते नमः, ओम् भोमाय नमः और ओम् अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करें। शाम के वक्त हनुमान मंदिर में जाकर हनुमानजी को लाल सिंदूर चढ़ाएं। वह लाल मसूर का दान करें। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। भक्तों के मनोवांछित फलों को पूर्ण करते हैं। वायु पुत्र की पूजा करने से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं। वह मंगल दोष भी दूर होता है।
शुभ मुहूर्त एवं विशेष योग :
पूर्णिमा तिथि 16 अप्रैल की रात को 2 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी। 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि से हनुमान जयंती 16 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस बार हनुमान जन्मोत्सव रवि योग और हर्षण योग में मनाया जाएगा। इस दिन हस्त और चित्रा नक्षत्र भी रहेगा। सुबह 5 बजकर 55 मिनट से लेकर रात्रि 8 बजकर 40 मिनट तक रवि योग रहने से यह दिन अधिक विशेष है।
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