वाराणसी 18 अप्रैल, 2022: पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय की अध्यक्षता में मंडल कार्यालय के भारतेन्दु सभागार कक्ष में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की 131 वीं जयंती मनाई गई। मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी श्री श्री रामाश्रय पाण्डेय ने कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहब के चित्र पर मालार्पण कर किया। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) श्री ज्ञानेश त्रिपाठी, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री एस पी एस यादव, अपर मंडल रेल प्रबंधक (प्रशासन) श्री राहुल श्रीवास्तव,वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री समीर पॉल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री संजीव शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) श्री राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (C&W) श्री एस पी श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (O&F) श्री अलोक केसरवानी, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री त्रयम्बक तिवारी, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक श्रीमती प्रीति वर्मा, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री आशुतोष शुक्ला, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर श्री ए के सिंह, वरिष्ठ मंडल आंकड़ा प्रबंधक श्री एस एन राम, वरिष्ठ मंडल भण्डार प्रबंधक श्री ए के जायसवाल, सहायक मंडल वित्त प्रबंधक श्री एस आर के मिश्रा तथा कार्मिक विभाग के निरीक्षकों समेत अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी एशोसिएशन के सदस्यों, मजदूर यूनियन के पदाधिकारी एवं सीमित संख्या में कर्मचारियों ने बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्पांजलि समर्पित कर श्रद्धांजली दी।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि भारत रत्न बाबा साहब डा० भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू में हुआ था, बाबा साहब को दलित नेता, समाज सुधारक और संविधान के निर्माता के रूप में भी जाना जाते है, हमारा देश सदा से सनातन धर्म से जुड़ा रहा है,जो सभी लोगो में एक ही परमात्मा अलग अलग रूपों में मौजूद है, हमलोग एक ही परमात्मा के अंग है। बाबा साहेब देश के ऐसे शख्स थे जिनकी तुलना किसी और से नही किया जा सकता है। उन्होंने भारत के संविधान निर्माण में एक पिता की भूमिका निभाई है वे हमेशा शोषितों के लिए लड़ते रहे और सनातन परम्परा से उपजे जातिवाद को चुनौती देते रहे। बाबा साहब भारत ही नही बल्कि सम्पूर्ण विश्व की एक महान विभूति थे। अपने जीवन के संघर्षों को अपनी अटूट लगन, ज्ञान एवं परिश्रम के सहारे उन्होंने पीछे छोड़ा और सम्पूर्ण समाज के लिए एक मिसाल छोड़, गये।
उन्होंने समाज में व्याप्त बिखराव और असमानता की संकीर्णताओं से बाहर निकलने का रास्ता खोजा और दूसरों के लिए राह आसान बनायी।
बाबा साहब ने अपने जीवन में एक अद्वितीय उदाहरण बनकर तमाम वंचितों उपेक्षितों और बेसहारा लोगों के लिये प्रेरणास्रोत बनकर एवं मार्गदर्शन देकर शिक्षा और समानता को मौलिक अधिकार के रूप में स्थापित करके सारे समाज को एक राह पर लाने का अविस्मरणीय कार्य किया। उनके द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलकर सामूहिक रूप से एक शिक्षित, सभ्य, संवेदशील समाज के रूप में समग्र उन्नति करेगा, ऐसा मेरा विश्वास है। इन्हीं शब्दों के साथ हम सब बाबा साहब के प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में श्री कल्लू राम सोनकर/मंडल मंत्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी एशोसियेशन, श्री राम नक्षत्र यादव मंडल मंत्री/पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कर्मचारी एशोसियेशन तथा मंडल मंत्री एन ई रेलवे मजदूर यूनियन श्री एन.बी.सिंह ने बतलाया कि किस प्रकार बाबा साहब ने राष्ट्र के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, समाज में समानता स्थापित की, महिलाओं गरीबों एवं वंचितों को अधिकार दिलाया, मजदूरों के काम के घंटे का निर्धारण कराया, साप्ताहिक विश्राम आदि दिलाने का अद्वितीय कार्य किया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री समीर पॉल ने किया।
*अशोक कुमार*
जन संपर्क अधिकारी, वाराणसी।
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