चाणक्य नीति : अच्छे और बुरे इंसान की करनी है पहचान तो बस इन बातों का रखें ध्यान


आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में एक श्लोक के माध्यम से यह समझाने की कोशिश की है अच्छे बुरे इंसान की पहचान कैसे करें।

आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाकर आप जीवन में बेहतरी की ओर बढ़ सकते हैं। चाणक्य की नीति अपनाकर ही चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट बन गए थे। आचार्य चाणक्य की कई शिक्षाएं और नीतियां आज के वक्त भी प्रासंगिक हैं। उनकी शिक्षाएं सफलता पाने और एक बेहतर इंसान बनने में मदद करती हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में एक श्लोक के माध्यम से यह समझाने की कोशिश की है अच्छे बुरे इंसान की पहचान कैसे करें। श्लोक कुछ इस प्रकार है-

श्लोक

यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निघर्षणच्छेदनतापताडनैः ।

तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्यते त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा ॥

सोने की परख उसे घिस कर, काट कर, गर्म करके या फिर पीट कर की जाती है। उसी तरह एक व्यक्ति उसके त्याग, आचरण, गुण और कर्म द्वारा पहचाना जा सकता है। 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जब किसी स्वर्ण की शुद्धता की बात आती है तो उसे घिसकर, काटकर, गर्म करके या फिर पीटकर आसानी से पता कर सकते हैं। इसी तरह किसी भी व्यक्ति को सिर्फ देखकर उसके बारे में आप ठीक ढंग से नहीं जान सकते हैं। ऐसे में आप स्वर्ण का उदाहरण ले सकते हैं कि उसे अपनी शुद्धता दिखाने के लिए किस तरह से चीजों सका सामना करना पड़ता है। इसी तरह किसी व्यक्ति की सच्चाई जानने के लिए इन 4 तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

त्याग की भावना : किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने का सबसे पहला तरीका है कि उसके द्वारा त्याग करना। आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति दूसरों के सुख में खुश हो और उसके दुख में अपने सुख का त्याग कर दें तो समझ लें कि वह अच्छा पुरुष है। वहीं जो व्यक्ति आपके सामने खुद को सबसे अच्छा बताता हो लेकिन समय आने पर सबसे पहले भाग जाता है तो समझ लें कि वह आपकी जिंदगी में किसी काम का नहीं है। 

कैसा है आचरण : किसी भी व्यक्ति के बारे में जानना हो तो उसके आचरण को समझे। क्योंकि जो व्यक्ति अच्छा होता है वह हर तरह की बुराईयों से दूर रहने की कोशिश करता है। वह किसी भी उस काम में हाथ नहीं लगाता है जो पूरी तरह से गलत हो, जो व्यक्ति दूसरों के लिए मन में गलत भावनाएं नहीं रखते हैं ऐसे लोग सबसे अच्छे माने जाते हैं, क्योंकि मनुष्य के जीवन में उसका आचरण, चरित्र काफी जरूरी माना जाना जाता है।

गुणों के आधार पर परखें : किसी को परखने की तीसरा तरीका है उसके गुण। हर व्यक्ति के अंदर कुछ गुण तो कुछ अवगुण होते हैं। अगर किसी व्यक्ति के अंदर झूठ बोलना, अहंकार दिखना, लोगों का अपमान करना जैसै अवगुण हो तो उससे तुरंत दूरी बना लेना चाहिए। 

कर्म से जानें : किसी भी व्यक्ति को उसके कर्मों के द्वारा आसानी से जान सकते हैं कि वह अच्छा है कि बुरा। अगर कोई व्यक्ति गलत तरीके से धन अर्जित करता है, वह हर काम गलत तरीके से करता हैं तो ऐसे व्यक्ति से दूरी बना लें, क्योंकि गलत व्यक्तिओं का असर आपके जीवन पर भी बुरा पड़ सकता है।



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