13 फरवरी को पुत्र शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे सूर्य देव, इन राशियों की चमक उठेगी किस्मत


Sun Transit 2022 : सूर्य देव ऊर्जा के स्तोत्र है। सूरज को नियमित अर्घ्य देने से सेहत और सुख की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य देव का किसी राशि में गोचर करना काफी अहम माना गया है। सूर्य का प्रभाव राशि में मौजूद अन्य ग्रह की शक्तियों को कम कर देता है। अब सूर्य देव राशि परिवर्तन करने वाले हैं। 13 फरवरी को अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे। जिससे कुछ राशियों को लाभ होगा। आइए जानते हैं सूर्य देव के राशि परिवर्तन से किन राशियों को तरक्की मिलेगी। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार, सूर्य एक राशि में लगभग 30 दिन बिताता है और फिर वह दूसरी राशि में चला जाता है। सूर्य की एक राशि से दूसरी राशि में इस गति को विभिन्न राशियों में सूर्य के पारगमन के रूप में जाना जाता है। सूर्य का यह गोचर व्यावहारिक रूप से वर्ष में बारह बार होता है। विभिन्न राशियों के जातकों पर इसका अलग-अलग प्रभाव पड़ता है।

मिथुन राशि : सूर्य का राशि परिवर्तन मिथुन राशिवालों के लिए लाभदायक है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रमोशन के योग बनेगा। विद्यार्थियों को मेहनत का उचित परिणाम मिलेगा। परिवार के साथ मनोरंजन संबंधी कार्यक्रम बनेंगे। घर का माहौल सुखद और खुशनुमा रहेगा।

कर्क राशि : सूर्य के राशि परिवर्तन से कर्क राशिवालों को जीवन में सकारात्मकता आएगी। किसी धार्मिक स्थल पर जाने का मौका मिलेगा। व्यवसायिक स्थिति में सुधार आएगा। विवाह योग्य जातकों को खुशखबरी मिल सकती हैं। किसी पुरानी बीमारी से राहत मिलेगी।

कुंभ राशि : कुंभ राशि को आर्थिक लाभ मिलेगा। जो भी कार्य करेंगे, उसमें सफलता मिलेगी। आय के नए स्त्रोत भी बढ़ेंगे। पारिवारिक माहौल सुखद और व्यवस्थित रहेगा। विदेश में काम करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। परिवार और समाज में आपकी छवि निखरेगी। सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

सूर्य का गोचर कितने समय तक चलता है? : सूर्य एक राशि में लगभग 30 दिनों तक रहता है। फिर सूर्य दूसरी राशि में गोचर करता है। 30 दिनों के बाद 12 राशियां बदलने का मतलब है कि सूर्य का पारगमन एक कैलेंडर वर्ष में 12 बार होता है। सूर्य के गोचर का प्रभाव आपकी चंद्र राशि पर निर्भर करता है। मूल रूप से जन्म के चंद्रमा से तीसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में स्थित सूर्य जातक को अच्छे परिणाम देता है। लेकिन अन्य भावों में सूर्य जातक को प्रतिकूल परिणाम दे सकता है। सूर्य अधिकार, शक्ति, पिता और सम्मान का ग्रह होने के कारण करियर और वैवाहिक जीवन पर एक अलग प्रभाव डालता है जहां जातक को करीबी लोगों के साथ बातचीत करनी होती है। सूर्य का सकारात्मक गोचर सभी रिश्तों और कार्यस्थलों में दूसरों पर बढ़त हासिल करने में असाधारण परिणाम दे सकता है। उसी प्रकार सूर्य का प्रतिकूल गोचर जातक को कमजोर और दूसरों के दबाव के आगे झुक सकता है।

डिसक्लेमर : 'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'






Comments