अगर ऐसा हुआ, तो इस साल के अंत में खत्म हो जाएगा कोरोना!, WHO ने खुद कही ये दिल खुश कर देने वाली बात


वॉशिंगटन, जनवरी 02: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच डब्ल्यूएचओ ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा है कि, उन्हें 'विश्वास' है कि इस साल दुनिया से कोविड का अंत हो जाएगा।डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने इस बात की उम्मीद जताई है कि, इस साल के अंत तक कोरोना वायरस का तीव्र चरण समाप्त हो जाना चाहिए।

डब्ल्यूएचओ चीफ ने जताई उम्मीद : 

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने कहा कि वैश्विक महामारी का 'तीव्र' चरण इस साल समाप्त हो जाना चाहिए, बशर्ते दुनिया के हर देश वैक्सीन साझा करें और एक साथ काम करें। गुरुवार को कोरोना वायरस को लेकर रखी गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए डब्ल्यूएचओ चीफ ने चेतावनी दी है कि, ओमिक्रॉन संस्करण से दुनिया भर कोरोना वायरस के 'मामलों की सुनामी' होने की संभावना है। लेकिन उन्होंने अपने नए साल की पूर्व संध्या के संदेश में एक पॉजिटिव उम्मीद जताई है और उन देशों के लिए उपलब्ध उपकरणों की व्यवस्था को लेकर बात ही, जहां आने वाले महीनों में कोविड के काफी ज्यादा मरीज आने वाले हैं और उनमें से कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाने की नौबत भी आएगी।

वैक्सीन को लेकर रखी शर्त :

डब्ल्यूएचओ प्रमुख घेब्रेयसस ने कहा कि, 'यदि हम वैक्सीन को लेकर असमानता को समाप्त कर देते हैं, तो हम महामारी को समाप्त कर देंगे और हम उस 'खराब सपने' को खत्म करने में कामयाब हो जाएंगे, जिनसे हम पिछले दो सालों से गुजर रहे हैं।'' डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने जोर देकर कहा कि, ये कोई मुश्किल काम नहीं है, ये पूरी तरह से संभव है। उन्होंने कहा कि, '''जैसे ही हम महामारी के तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, मुझे विश्वास है कि ये वो साल होने वाला है, जब हम कोरोना महामारी को समाप्त कर देंगे, लेकिन केवल तभी, जब हम इसे एक साथ करेंगे।'

साल के अंत तक कोविड से आजादी : 

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने नये साल पर दिए गये अपने संदेश के अलावा कोरोना वायरस को लेकर एक ट्वीट भी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि, इस साल के अंत तक दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण से पहले जैसी थी, उस स्थिति में लौट सकती है''। उन्होंने कहा कि, 'मेरा पहला संकल्प सभी सरकारों, हितधारकों और समुदायों के सहयोग से महामारी को समाप्त करने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करना है। ' उन्होंने कहा कि, 'ऐसा करने के लिए, हमें 2022 के मध्य तक सभी देशों में 70 प्रतिशत लोगों को टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सभी देशों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।

वैक्सीन को लेकर चेतावनी : 

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि, ''साल 2022 में सभी देशों के बीच कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर एक समझौता होना चाहिए, जिसमें वैश्विक महामारी को लेकर वैक्सीन की पहुंच हर देश तक हो, इसे सुनिश्चित करना चाहिए और दुनिया को महामारी और महामारियों को रोकने, पता लगाने और तेजी से प्रतिक्रिया करने की आवश्यकता है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, हर देश को अपने अपने यहां प्राइमरी हेल्थ केयर सुविधाएं मजबूत करने पर इस साल निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, 'मेरा मानना है कि, अगर इस साल हम ऐसा करने में कामयाब होते हैं, तो इस साल के अंत तक हमारी जिंदगी पहले की ही तरह सामान्य हो सकती है'।

अगले साल जश्न की तैयारी : 

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि, अगर दुनिया के सभी देश कोविड को खत्म करने के लक्ष्य को लेकर साथ बढ़ेंते, तो मुझे उम्मीद है कि, साल 2022 को हम महामारी के तीसरे वर्ष के तौर पर इसकी निशानदेही नहीं करेंगे, बल्कि अगले साल का जश्न हम एक साथ उसी तरह से मनाएंगे, जैसे कोविड की उत्पत्ति और फैलाव से पहले मनाते थे। लेकिन, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर दुनिया भर के देशों के साथ साझा करने के बजाय देश टीकों को 'जमा' करना जारी रखते हैं तो फिर से कोरोना वायरस के नये नये वेरिएंट सामने आ सकते हैं और कोरोना वायरस में बदलाव होता रहेगा।

ओमिक्रॉन से आएगी सुनामी : 

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने दुनिया को ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर सतर्क करते हुए कहा कि, ओमिक्रॉन वेरिएंट आने वाले महीनों में सुनामी पैदा कर सकता है और पूरी दुनिया में मरीजों की तादात में काफी ज्यादा उछाल आ सकता है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि, '''मैं अत्यधिक चिंतित हूं कि ओमिक्रॉन वेरिएंट में तेजी से फैलने की क्षमता है और ये काफी ज्यादा संक्रामक है और ये डेल्टा की तरह ही फैल रहा है और मुझे डर है कि, मरीजों के मामले में सुनामी ना आ जाए।'

साभार-oneindia hindi




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