उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव है और पूरे देश की निगाहें Utter Pradesh Election 2022 पर टिकी हुई है. यूपी पर निगाहें हो भी क्यों ना आखिर यूपी वो गढ़ है जो देश की सियासत (Politics) तय करता है. एक आम धारण है कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर ही जाता है. अगर दिल्ली जीतना है तो देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में जमीनी पकड़ मजबूत होना जरुरी हैं. पहले चरण के उम्मीदवार अपना नामांकन दर्ज करने में लगे हुए है.
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान जल्द होने वाला है. इसी बीच आगरा की बाह विधानसभा सीट पूरे सूबे में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल यहां से एक बार फिर से बीजेपी की करोड़पति प्रत्याशी रानी पक्षालिका सिंह चुनावी मैदान में उतरने जा रही है.
“बीहड़ की रानी”
राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह क्षेत्र और सूबे में अपने पैसों, हथियारों और दबदबे को लेकर अक्सर ही चर्चा में रहती हैं. भदावर राजघराने की पक्षालिका सिंह और उनके पति राजा अरिदमन सिंह पहले सपा में थे.
इतना ही नहीं उन्हें सपा के मुखिया रहे मुलायम सिंह और अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता था. राजा अरिदमन सिंह तो समाजवादी सरकार में मंत्री भी रहे है. भदावर राजघराने और समाजवादी परिवार के ताल्लुकात जगजाहिर थे.
लेकिन सियासी रिश्तों में दरार आ गई और 2017 में पक्षालिका सिंह और उनके पति ने अरिदमन सिंह ने भाजपा ज्वाइन कर ली.
पक्षालिका सिंह चंबल के बीहड़ के भदावर रियासत से संबंध रखती है, उनके क्षेत्र में लोग उन्हें बीहड़ की रानी भी कहते हैं. पक्षालिका ने एक बार फिर अपनी उम्मीदवारी पेश करते हुए यूपी में फिर से बीजेपी सरकार बनने का दावा किया.
बीजेपी विधायक पक्षालिका सिंह के दौलत, शोहरत, पावर और हथियारों की कोई कमी नहीं है. उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास करीब 58 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है.
पक्षालिका सिंह को हथियारों रखने का काफी शौक है, उनके पास बाह थाने की पुलिस से भी अधिक हथियार है. 2012 विधानसभा चुनाव के हलफनामे के अनुसार कुछ 132 हथियार पति-पत्नी दोनों के पास हैं.
जिनमें एक DBBL गन, एक कार्बाइन, एक NPB पिस्टल, 8 चाकू, 31 ड्रैगर, 34 तलवारें और 53 छुरे हैं. हालांकि इस बार उन्होंने अपने हलफनामें में अपने हथियारों का खुलासा नहीं किया हैं.
रानी पक्षालिका सिंह एक बार फिर मैदान में
भदावर राजघराना अपने एंटिक हथि’यारों के लिए क्षेत्र में काफी जाना जाता है. राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह का आगरा की बाह विधानसभा सीट पर गहरा प्रभाव रहा है. वो यहां से चार बार विधायक चुने गए.
वहीं उनके बेटे राजा अरिदमन सिंह यहां से अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर विधायक बने. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में रानी पक्षालिका मैदान में उतरी और जीत दर्ज की.
2012 में पक्षालिका सिंह ने भी सपा के टिकट पर खेरागढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें जीत नसीब नहीं हुई. फिर वो बीजेपी के टिकट से साल 2017 में बाह सीट से लड़ी और विधायक बनी.
साभार-UC NEWS HINDI
addComments
Post a Comment