पूर्वांचल कुण्डिलियां सम्राट लोचन जी नहीं रहे


बलिया। सत्ता, समाज, साहित्य की विद्रूपता पर करारा प्रहार करने वाले लोचन जी नहीं रहे। जिले में साहित्य जगत के क्षितिज पर व्यंग के सशक्त हस्ताक्षर, आंचलिक दैनिक "क", दैनिक भृगुक्षेत्र, दैनिक बलिक्षेत्र और दैनिक अनन्तवार्ता के सम्पादक, चूं चूं के मुरब्बा, चिकोटियां, बकोटाराम और लोचन की कुण्डिलियां स्तम्भों के रचनाकार श्री लालजी सहाय लोचन जी का 95 वर्ष की आयु में आज दिनांक 09 दिसम्बर 2021 को प्रातः काल 05 बजे निजी निवास काशीपुर बलिया में निधन हो गया।

इनका अंतिम संस्कार महाबीर घाट गंगा तट पर 10 दिसम्बर सोमवार को 10 बजे दिन में होगा। 

इनके निधन पर साहित्यकार शिवकुमार सिंह कौशिकेय, डाॅ0 राजेन्द्र भारती, डाॅ0 जनार्दन राय, शिवजी पाण्डेय रसराज, शशिप्रेमदेव, डाॅ कादम्बिनी सिंह, लाल साहब सत्यार्थी, रमेशचंद श्रीवास्तव, राजेश्वर प्रसाद राजगुप्त, भोजपुरी भूषण नन्दजी नंदा, रमाशंकर मनहर, प्रभाकर पपीहा, डाॅ0 जितेन्द्र स्वाध्यायी, जितेन्द्र त्यागी, फतेहचंद बेचैन, नवचंद तिवारी, शायर शाद बहराइची, अली अहमद संगम, मुहम्मद जमाल आलम, सिराज खान आदि ने जिले के साहित्य जगत के लिये अपूरणीय क्षति बताते हुए दुःख व्यक्त किया है।



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