वाराणसी 06 दिसम्बर, 2021; पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के भारतेंदु सभागार में मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय की अध्यक्षता में भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का 66वाँ महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री शिव प्रताप सिंह यादव, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री समीर पॉल, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक श्रीमती प्रीती वर्मा, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री एन.के.जोशी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री संजीव शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर प्रथम श्री जयनेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री त्रम्बक तिवारी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर श्री ए.के.सिंह,मंडल कार्मिक अधिकारी श्री विवेक मिश्रा, सहायक वाणिज्य प्रबंधक श्री जंगबहादुर राम कार्मिक विभाग के निरीक्षकों समेत अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी एशोसियेशन के सदस्यों, मजदूर यूनियन के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों ने बाबा साहब के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली दी।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में श्री रामाश्रय पाण्डेय ने कहा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब हमारे देश की एक ऐसी विभूति हो गए, जिन्होंने अपने परिश्रम, लगन, तपस्या, धैर्य और विवेक से देश के विकास में एक नई दिशा, नई धारा और नई चेतना का विकास किया।
बाबा साहब ने न सिर्फ अपने अध्ययन, परिश्रम, लगन, मनन ,चिंतन से विभिन्न विषयों की गहराइयों को आत्मसात किया, बल्कि उसका निचोड़ और उसका निष्कर्ष समाज के उत्थान में कैसे प्रभावी हो सकता है, कैसे उसका उपयोग किया जा सकता है, इन सब के प्रति अपनी विचारधारा से पूरे देश को एक दिशा दी। विशेषकर उनका यह संदेश कि शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित रहो यह मूल मंत्र हमारे लिए बहुत ध्यान से और गहन विचार से सोचने और समझने की बात है।
शिक्षा का महत्व हम सभी जानते हैं प्रत्येक मनुष्य के लिए ,चाहे वह नर नारी हो किसी धर्म का, किसी वर्ग का, किसी क्षेत्र का हो, शिक्षा उसके लिए सबसे अमूल्य खाती है। शिक्षित होने के पश्चात समाज में जब व्यक्ति पदार्पण करता है, तो विभिन्न प्रकार की समस्याओं का, परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे समय में व्यक्ति के धैर्य और संघर्ष की कसौटी होती है। बिना विचलित हुए अपने मार्ग पर अविरल भाव से लगन पूर्वक चलते रहना यही प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है, और वह लक्ष्य सिद्धि के लिए परम आवश्यक है।
संगठन के बारे में आप सभी जानते हैं कि संगठन में शक्ति है, एक धारा में सबको एक साथ एक विचार से एक लक्ष्य के लिए बढ़ना, यही किसी भी संगठन का मूल मंत्र है। बाबा साहब ने अपने संपूर्ण जीवन में विभिन्न विषयों को अध्ययन किया गहनता से उसका मनन किया और उसके निचोड़ के रूप में भारत के संविधान के प्रमुख कर्ता-धर्ता के रूप में अपना योगदान उन्होंने दिया और भारतीय संविधान के रूप में एक ऐसी मिसाल रखी है, जिसकी पूरी दुनिया में नजीर भी दी जाती है।
हम सब का कर्तव्य है कि उसी भाव को उसी दृष्टि को और उसी परिश्रम को अनुसरण करते हुए बाबा साहब के बताए हुए मार्ग पर चलें और देश के विकास में अपना अपना योगदान करें।
इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में श्री कल्लू राम सोनकर/मंडल मंत्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी एशोसियेशन, श्री राम नक्षत्र यादव मंडल मंत्री/पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कर्मचारी एशोसियेशन तथा मंडल मंत्री एन इ रेलवे मजदूर यूनियन श्री एन.बी.सिंह ने बाबा साहब के संघर्षो एवं जनहितकारी उद्देश्यों पर अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचलन श्री राहुल भट्ट मुख्य हित निरीक्षक ने किया तथा स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री समीर पॉल वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी ने किया।
*अशोक कुमार*
जन संपर्क अधिकारी, वाराणसी।
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