*दिखावा*

आज का ज्ञान :-

हम सब केवल दिखावा कर रहे है !

अपनी उपलब्धियाँ, अपने को सर्वोत्तम, अपने विचारो को सर्वश्रेष्ठ, सबसे अधिक अपनत्व, सबसे ज्यादा विद्वान, सबसे अधिक सादगी से रहने वाला, सबसे अधिक धनी होने का दिखावा, तो कोई सबसे ज्यादा व्यस्त, तो कोई सबसे अधिक प्रसिद्ध, कोई-कोई तो ऐसे भी मिलेगे जो सबसे ज्यादा दु:खी होने के दिखावे मेँ खुश है, समाज चाहे जितना सम्बलकारी हो जाए , सहनशील हो जाए, दर्शन, उपदेश को मानने वाला हो जाए, लेकिन दिखावा भुला पाना आदम जाति की नुमाइश का प्रथम उपसर्ग हमेशा रहेगा।


डॉ0 वी0 के0 सिंह

दंत चिकित्सक

ओम शांति डेण्टल क्लिनिक

इंदिरा मार्केट, बलिया। 




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