कोरोना वैक्सीन की तीसरी बूस्टर डोज कितनी कारगर? - स्टडी

 


दुनिया में एक बार फिर से बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की बातें सामने आ रहीं हैं. इस बीच इजरायल की एक स्टडी में सामने आया है कि बूस्टर डोज कोरोना के खतरे को काफी हद तक कम करने में असरदार है.


दुनिया के कई देशों में कोरोना (Coronavirus) को रोकने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज (Booster Dose) देने की तैयारी शुरू हो गई है. इस बीच इजरायल (Israel) के स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की स्टडी में सामने आया है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की बूस्टर डोज कोविड (Covid 19) के खतरे को काफी हद तक कम करने में असरदार है.

इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि फाइजर (Pfizer) की तीसरी डोज 60 साल और उससे ऊपर के लोगों में संक्रमण रोकने और उन्हें गंभीर रूप से बीमार होने से बचाने में पहले से ज्यादा असरदार है.

स्टडी के मुताबिक, 60 साल से ऊपर के जिन लोगों को तीसरा डोज दिया गया, उनमें दो ही डोज लेने वालों की तुलना में 10 दिन बाद संक्रमण के खिलाफ 4 गुना ज्यादा सुरक्षा पाई गई. इसी तरह तीसरी डोज लेने वालों में 10 दिन बाद गंभीर रूप से बीमार होने या भर्ती होने का खतरा भी 5 से 6 गुना कम था.

इजरायल ने पिछले साल दिसंबर से वैक्सीनेशन अभियान (Vaccination Programme) शुरू किया था. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वक्त के साथ कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी कमजोर भी होती जाती है. 30 जुलाई से इजरायल में 60 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन की तीसरी डोज दी जा रही है. हाल ही में अब वहां 40 साल से ऊपर के सभी लोगों को तीसरी डोज (Third Dose) लगाई जा रही है. अब तक इजरायल की 93 लाख आबादी में से 15 लाख को तीसरी डोज लगाई जा चुकी है.

दुनियाभर के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, जिसके बाद कई देशों ने बूस्टर डोज देने का ऐलान किया है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा है कि 20 सितंबर से सभी लोगों को मुफ्त में बूस्टर डोज दी जाएगी. अमेरिका के अलावा कनाडा, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में भी बूस्टर डोज देने की तैयारी की जा रही है.




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