पी.क्यू.आर.एस. मशीन द्वारा रेलवे ट्रैक का स्लीपर बदलने का कार्य जोरों पर


गोरखपुर, 15 जुलाई, 2021:  संरक्षित रेल परिवहन रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। रेल संचलन की संरक्षा सुनिश्चित करने में रेल पथ के नियमित अनुरक्षण तथा आवश्यकतानुसार पुराने स्लीपरों एवं रेल को बदलने की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में पुराने 52 किग्रा. के कंक्रीट स्लीपरों के स्थान पर नये 60 किग्रा. के कंक्रीट स्लीपर लगाने का कार्य पी.क्यू.आर.एस. (प्लासर क्विक रिलेयिंग सिस्टम) मशीन द्वारा किया जा रहा है। पी.क्यू.आर.एस. मशीन सेल्फ प्रोपल्ड क्रेन के माध्यम से पुराने रेल एवं स्लीपर को हटाकर उनके स्थान पर नये रेल एवं स्लीपर तेजी से लगाये जाते है। पूर्व में मैनुअल तरीके से किये जाने वाले इस कार्य की तुलना में इस आधुनिक प्रणाली से रेल एवं स्लीपर बदलने का कार्य बड़ी तेजी से एवं उच्च गुणवत्तापूर्ण तरीके से सम्पादित होता है। 

पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के पनियहवां-गोरखपुर खंड पर वित्त वर्ष 2019-20 में पी.क्यू.आर.एस. द्वारा 9.49 किमी. सम्पूर्ण पथ नवीनीकरण (कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूवल) किया गया। वित्त वर्ष 2020-21 में इसी खंड पर 36.7 किमी. सम्पूर्ण पथ नवीनीकरण का कार्य सम्पादित किया गया। इसी क्रम में वर्तमान वित्त वर्ष 2021-22 में माह जून तक इस खंड पर 5.08 किमी. कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूवल का काम हुआ। पनियहवां-गोरखपुर खंड के शेष बचे 5.42 किमी. का कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूवल का कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में 2 पी.क्यू.आर.एस. मशीन पूर्वोत्तर रेलवे पर कार्य कर रहे हैं। दूसरी पी.क्यू.आर.एस. मशीन का उपयोग गोरखपुर-गोण्डा रेल खंड पर मगहर के पास किया जा रहा है। माह जून, 2021 तक गोरखपुर-गोण्डा रेल खंड के डाउन लाइन पर 1.7 किमी. कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूवल का कार्य हो चुका है।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य रेल पथ छपरा-बाराबंकी खंड पर 31 मार्च, 2021 तक 284 किमी. ट्रैक रिन्यूवल का कार्य हो चुका है, जिसके अन्तर्गत 60 किग्रा. रेल एवं स्लीपर लगाया गया है। 01 अप्रैल, 2021 को 192 किमी. रेल पथ का रेल रिन्यूवल करना शेष था जिसमें से जून, 2021 तक 7.27 किमी. रेल रिन्यूवल 60 किग्रा. रेल द्वारा कर दिया गया है। इसी प्रकार 31 मार्च, 2021 तक कुल 57 सेट थिक बेव स्विच (टी.डब्लू.एल.) लगाये जा चुके है। वर्तमान वित्त वर्ष में जून, 2021 तक 4 सेट टी.डब्लू.एस. लगाये गये है। इससे ट्रैक की संरक्षा सुदृढ़ हुई है तथा आने वाले समय में रेल खण्डों की स्पीड बढ़ायी जा सकेगी।                                                                                                     

(पंकज कुमार सिंह)

मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी

सम्पादक/ब्यूरो प्रमुख,गोरखपुर।        


                                                        

                                                               


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