बलिया। एनसीसी बीएचयू वाराणसी ग्रुप ए के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर नरिंद्र सिंह के दिशा निर्देश में और जमीनी स्तर पर कमान अधिकारी 90 उत्तर प्रदेश वाहिनी एनसीसी बलिया के द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत एनसीसी को एक ऐच्छिक विषय के रूप में मान्यता दिए जाने की यूजीसी के निर्णय को एक बेबीनार के द्वारा 15 और 18 मई को विस्तृत जानकारी दी गई लगभग ढाई घंटे तक चलने वाले इस वेबीनार का संचालन 90 उत्तर प्रदेश वाहिनी के कमान अधिकारी स्वयं कर रहे थे।
जिसका शुभारंभ ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर नरिंद्र सिंह ने किया था इस वेबीनार में वाराणसी ग्रुप ए के बाकी बचे 20 एएनओ शामिल हुए कमान अधिकारी द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत होने वाले परिवर्तन को बताने का भरपूर प्रयास किया गया वर्तमान में एनसीसी संपूर्ण भारत के स्कूल तथा कालेज में पाठ्य गतिविधियों के रूप में संचालित है उन्होंने सभी ए एन ओ को बताया कि यूनिवर्सिटी स्तर पर स्नातक कक्षाओं में एनसीसी को सिक्स सेमेस्टर में विभाजित किया गया है तथा कुल 24 क्रेडिट पॉइंट होंगे प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर में 4 पॉइंट तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर में 10 पॉइंट तथा पांचवें तथा छठे सेमेस्टर में 10 पॉइंट शामिल हैं कमान अधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को अपने अपने स्तर से एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में लागू करने का निर्देश दिया है उन्होंने यह भी बताया कि यूपी बोर्ड द्वारा संचालित माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 एवं 12 में कला वर्ग के छात्र वैकल्पिक विषय के रूप में एनसीसी की पढ़ाई कर सकेंगे इसके संबंध में सरकार ने 7 अप्रैल 2021 को माध्यमिक शिक्षा परिषद के भी नियमों में संशोधन भी कर दिया है इस प्रकार छात्र-छात्राओं को वैकल्पिक विषय के रूप में एनसीसी विषय चुनने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा तथा कैडटो को राज्य एवं केंद्र सरकार के नौकरी ओं में प्रोत्साहन प्राप्त होगा एवं एनसीसी लेने वाले छात्रों को विभिन्न कैंपों में भाग लेने तथा अलग-अलग सामाजिक कार्य में भाग लेने एवं सामाजिक उत्थान का मौका मिलेगा।
*रिपोर्ट* :- कृष्ण कांत पांडेय
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