Madagaskar के वेस्ट इंडियन ओशन से वैज्ञानिकों को चार पैरों वाले दुनिया की सबसे बूढ़ी मछली मिली है. इस मछली की उम्र 42 करोड़ साल है. ताज्जुब की बात तो ये है कि इतने सालों बाद भी ये मछली जिंदा मिली है.
समुद्र की दुनिया कई रहस्यों से भरी हुई है. आए दिन समुद्र के नीचे नए-नए जीवों के मिलने की खबरें सामने आती रहती हैं. पिछले दिनों Mongabay News की एक खबर में दावा किया गया कि मेडागास्कर (Madagaskar) के समुद्र की गहराइयों से मछुआरों को दुनिया की सबसे बूढ़ी मछली मिली है. ये मछली 42 करोड़ साल की है. साथ ही ये जिंदा भी है. मछली को अब वैज्ञानिकों ने अपने कब्जे में लेकर इसपर स्टडी करना शुरू कर दिया है.
मछली की इस प्रजाति को Coelacanth कहा जाता है. इस मछली के पैर होते हैं. अपने चार पैरों की वजह से ये मछली वैज्ञानिकों के बीच चर्चा का विषय रहती है लेकिन इसे विलुप्त मान लिया था. अब सालों बाद इस मछली को शार्क हंटर्स ने समुद्र की गहराइयों से बाहर निकाला है. इस मछली को डायनासोर के साथ ही खत्म हुआ समझ लिया गया था. लेकिन अब इतने सालों बाद मिली इस मछली ने सनसनी मचा दी.
पैरों वाली है मछली
मछली की इस प्रजाति को 42 करोड़ साल पुराना बताया जा रहा है. ये समुद्र में 300 से 500 फ़ीट की गहराई में रहती है. सबसे बड़ी बात ये कि इनके पैर होते हैं. इस मछली के मिलने के बाद वैज्ञानिक अचंभित हैं. लोगों को हैरानी है कि इतने साल बाद ये मछली जिंदा कैसे मिली है? अब वैज्ञानिकों को इस बात चिंता है कि कहीं इस मछली की वजह से अन्य समुद्री जीवों को कोई समस्या ना हो?
सालों से हो रही थी रिसर्च
मछली की इस प्रजाति के ऊपर सालों से रिसर्च हो रही थी. कई वैज्ञानिक इस मछली पर शोध कर रहे थे लेकिन उन्होंने इसे विलुप्त ही मान लिया था. लेकिन अब इसके जिंदा मिलने से शोध में काफी मदद मिलेगी. मैडागास्कर में जिस जिस जगह पर ये मछली मिली है, वहां इसके होने की उम्मीद काफी पहले से की जा रही थी. अब मछली के मिलने के बाद शोध में अलग ही मोड़ लेने की उम्मीद है.
साभार-News 18
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