1- शास्त्रों के हिसाब से देखा जाए तो उत्तर-पूर्व दिशा को काफी सुबह माना गया है। और इसे बास्तु शास्त्र के हिसाब से देखा जाये तो भी उत्तर-पूर्व दिशा दिशा को धन आगमन के लिए सुबह माना जाता है। बास्तु शास्त्र के अनुसार जिन घरो मैं इस दिशा के अंदर भारी समाना अथबा गंदगी मौजूद रहती है उस घर में हमेशा दर्द्र्ता का बाश रहता है। इसके साथ ही घर के अंदर धन का आगमन भी बहुत कम होता है।
2- उत्तर-पूर्व दिशा की ही तरह बास्तु शास्त्र ने उत्तर -पश्चिम दिशा को भी काफी सुबह मन जाता है। और इस दिशा को भी धन आगमन की दिशा बताया जाता है। और कहा जाता है की अगर घर के अंदर इस दिशा में अँधेरा बना रहता है उस घर के सदस्यों में आपस में ही मतभेद मौजूद रहता है। और अक्सर उस घर के अंदर धन की हानि होती रहती है।
3- बास्तु शास्त्र मैं बताया गया है। की दक्षिण दिशा की तरफ किसी भी तरह की कोई दरबाजा या फिर तिजोरी का होना अशुभ होता है। इस दिशा में किसी तरह का दरबाजा या तिजोरी होने पर धन व आयु दोनों की ही हानि होती है अगर किसी कारण बस जगह न होने की बजह से ऐसा सम्भब नहीं है। तो उस चीज के ऊपर लाल रिबन के ऊपर तीन सिक्के बाँध कर टांग देने चाहिए।
4- माना जाता है जिन घरो के अंदर उत्तर पूर्व दिशा मैं रसोई मौजूद होती है। उस घर में हमेशा दरद्रिता बनी रहती है और उस घर का बजट हमेशा ही बिगड़ा रहता है। बास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई का पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में होने से घर के अंदर सुख शांति व धन का भण्डार बन रहता है।
5- बस्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुखिया के सोने की जगह को भी निर्धारित किया गया है। शास्त्रों के अनुसार उसका कमरा अगर दक्षिण- पूर्व दिशा में मौजूद होता है तो उस घर मैं हमेशा किसी न किसी बात को लेकर लड़ाई व अशांति बनी रहती है। और इसी के साथ उस घर में कभी भी आर्थिक परेशानिया कम नहीं होती है।
साभार-Khabar 24x7
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