चाणक्य नीति : पति पत्नी के बीच कभी नहीं होनी चाहिए ये 5 बाते होजाता है तलाक़…


चाणक्य नीति : आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में धन, तरक्की, बिजनेस के अलावा वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई नीतियां बताई हैं। आचार्य की कई नीतियां ऐसी हैं जिनको अपनाकर पति-पत्नी अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं। एक नीति में चाणक्य ने बताया है कि आखिर पति-पत्नी के बीच कौन-सी पांच बातें कभी नहीं होनी चाहिए। आप भी जानिए पति-पत्नी के रिश्ते के बारे में क्या बताते हैं आचार्य चाणक्य-

1. दोनों के बीच ना हो अंतर- चाणक्य ने एक नीति में बताया है कि पति-पत्नी के रिश्ते में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। एक-दूसरे में अंतर करने से पति-पत्नी के रिश्ते का संतुलन बिगड़ सकता है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका रिश्ता आपकी ताकत बन सकता है।

2. नीचा दिखाना गलत- चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को एक-दूसरे को कभी नीचा नहीं दिखाना चाहिए। इस रिश्ते की अपनी मर्यादा होती है। सभी को अपनी मर्यादा का पालन करना चाहिए।
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3. अकेले फैसला लेना गलत- चाणक्य के अनुसार, घर परिवार के मामलों में पति-पत्नी के अकेले फैसले नहीं लेने चाहिए। छोटा हो या बड़ा, हर फैसला पति-पत्नी को मिलकर लेना चाहिए। ऐसा करने से पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है।

4. ना खोएं सौहार्द- चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी के बीच हमेशा प्यार और सौहार्द का रिश्ता बरकरार रहना चाहिए। अगर किसी बात को लेकर वाद-विवाद हो रहा तो कोशिश करनी चाहिए कि बातचीत से हल निकल जाए।

5. जरूरतों को ना करें नजर अंदाज- चाणक्य का मानना है कि पति-पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र होता है। इस रिश्ते को कायम रखने के लिए पति-पत्नी को एक-दूसरे की जरूरतों को समझना जरूरी है। चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को एक-दूसरे की जरूरतों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।




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