बलिया : सुहेलदेव जयंती पर विकास भवन में हुई गोष्ठी


बलिया: महाराजा सुहेलदेव जी की 1026वीं जयंती पर विकास भवन सभागार में एक गोष्ठी हुई। महाराज सुहेलदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने कहा कि जहांगीर के कालखंड 1605-27 में अब्दुर्रहमान चिश्ती की किताब मिरात-ए-चिश्ती के अनुसार श्रावस्ती के राजा बिहारी मल्ल की महारानी जयलक्ष्मी की कोख से सुहेलदेव का जन्म बसंतपंचमी के दिन ईसा सन् 995 में हुआ था। समाज के दलित, वंचित वनवासी प्रजा को संगठित करके महाराजा सुहेलदेव ने गजनवी के सेनापति सैय्यद सालार मसूद को 15 जून, 1033 मे श्रावस्ती से मार भगाया था। डा जितेन्द्र स्वाध्यायी व भोजपुरी भूषण नंदजी नंदा ने कविताओं के माध्यम से सुहेलदेव जी की बहादुरी की गाथा पढ़ी। अध्यक्षता स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व प्रधानाचार्य महेन्द्र सिंह व संचालन शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने किया। इससे पहले फतेहचंद बेचैन ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। राइका सिधौली के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, पारसनाथ वर्मा, शंभू सिंह, डा दिनेश शंकर यादव, जितेन्द्र तिवारी, जितेन्द्र त्यागी ने अपने विचार व्यक्त किए।



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