इस मन्दिर में सोने और नहाने से होती हैं महिलाए गर्भवती


विविधताओं से भरे देश भारत में हर दिन कोई न कोई चमत्कार देखने और सुनने को मिल जाता है। 21वीं सदी में जहां दुनिया चांद पर जा रही है, वहीं आज भी कुछ मान्यताएं और अंधविश्वासों के बारे में पढ़कर आप हैरान रह जाएंगे। हम आपको कुछ ऐसे मंदिर और कुंड के बारे में बताते हैं जिनके बारे में मान्यता है कि यहां सोने और नहाने से महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं। आपको सुनकर आशचर्य जरूर होगा लेकिन लोगों की आस्था के सामने आपका तर्क छोटा दिखेगा।

1/4 मंदिर में लेटने से हो जाती हैं गर्भवती

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में माता सिमसा का मंदिर है। मान्यता है कि संतान प्राप्ति के लिए इच्छुक जो भी महिलाएं यहां जमीन पर सोती है, वह कुछ ही दिनों में गर्भवती हो जाती हैं। ऐसा विश्वास है कि मां शारदा खुद सपने में आकर महिलाओं को संकेत देती हैं कि उनको पुत्र होगा या पुत्री। इस मंदिर की इसी विशेषता के कारण इसे संतान प्राप्ति के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

2/4 यहां नहाने से गर्भवती हो जाती हैं महिलाएं

जम्मू के सुजानपुर के बसरूप गांव में एक चमत्कारी तालाब है। मान्यता है कि इस तालाब में नहाने से निसंतान महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तालाब में नहाने से न सिर्फ संतान सुख मिलता है बल्कि चर्म रोग और कुष्ठ रोग भी ठीक हो जाता है।

3/4 श्रृंगार करने पर होती है संतान प्राप्ति

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के समीप सरोना में करीब 250 साल पुराना पंचमुखी शिवलिंग का मंदिर है। मान्यता है कि निसंतान दंपति अगर शिवलिंग का श्रृंगार करते हैं तो उनकी इच्छा जरूर पूरी होती है। उनके यहां संतान की प्राप्ति होती है। इस मंदिर के बारे में खास बात यह है कि सालों से नाग-नागिन शिवलिंग के दर्शन करने आ रहे हैं और दर्शन करके चले जाते हैं।

4/4 कुंड स्नान से हो जाती है मनोकामना पूरी

कार्तिक मास की अष्टमी को मथुरा से 26 किमी दूर राधा कुंड में स्नान करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। मान्यता है कि जो दंपति निर्जला व्रत रखकर राधा कुंड में अष्टमी के दिन स्नान करते हैं, उन्हें संतान प्राप्ति होती है। मान्यता है कि राधाजी ने इस कुंड को कंगन से खोदा था इसलिए इसे कंगन कुंड भी कहा जाता है।




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