मौसम विभाग : कल बारिश के आसार, फिर तेजी से फिसलेगा पारा

नवंबर की रिकॉर्ड सर्दी के बाद दिसबंर में लोगों को गर्माी का अहसास हो रहा है हालांकि शुक्रवार और शनिवार को बारिश की संभावना के बाद तापमान में गिरावट दर्ज होने की बता कही जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश नहीं होने की वजह से अभी ठंड कम है। हालांकि धुंध पड़नी शुरू हो गई है। आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव देखा जा सकता है।

नई दिल्ली। नवंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ने के बाद दिसंबर में ठंड का असर कम रहा है। बारिश नहीं होने की वजह से अभी ठंड कम है हालांकि आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव की संभावना है। लंबे समय से शुष्क चल रहे दिल्ली के मौसम को राहत की बूंदें भिगोने वाली हैं। उत्तर भारत के कई मैदानी शहरों में लंबे समय बाद बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग के जानकारों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। ऐसे में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। कल यानी शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। शनिवार को बारिश की संभावना भी है। इसके बाद पारे में गिरावट आ सकती है। दिसंबर का एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन दिन में तेज धूप होने से लोगों को कड़ाके की सर्दी का अहसास नहीं हो रहा है। काफी दिनों से अधिकतम तापमान 25 से 27 और न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। शनिवार को बिजली कड़कने के साथ ही बारिश होने की संभावना है। जिसके बाद न्यूनतम तापमान 7 व अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक पहुंच सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर के दूसरे सप्‍ताह में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। फिलहाल रात में तापमान में गिरावट जारी रहेगी और कोहरे से अभी निजात नहीं मिलेगी। फिर भी दिसंबर में कम पड़ी ठंड नवंबर के मध्य में पारा लुढ़ककर 7 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया था। पिछले वर्षों के ट्रेंड के हिसाब से दिसंबर के शुरुआती पंद्रह दिन में पारा आठ डिग्री से नीचे होना चाहिए, लेकिन अभी भी यह सामान्य से ऊपर बना हुआ है। पिछले सालों के मुकाबले अभी तक दिसम्बर का तापमान अधिक है,लेकिन 15 दिसम्बर के बाद कड़ाके की ठंड होगी।

स्काईमेट के अनुसार, 11 दिसंबर को राजधानी में बारिश का इंतजार खत्म हो सकता है। न सिर्फ दिल्ली-एनसीआर बल्कि हरियाणा, यूपी और राजस्थान के कई हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। इसके बाद 11 दिसंबर के बाद यह वेस्टर्न डिस्टरबेंस और चक्रवाती सिस्टम आगे बढ़ जाएंगे। इसके बाद ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं फिर से चलनी शुरू हो जाएंगी। इसके बाद उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जबरदस्त सर्दी अपना रंग दिखाएगी।




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